བྲག་ཕུག་མ་རཱ་ཏི་ཀ་ (संस्कृत: मरातिक; མ་རཱ་ཏི་ཀ, འཆི་བ་མཐར་བྱེད།, वयली: 'chi ba mthar byed), ནི། ཁོ་ཊཱང་རྫོང་གི་ཁོང་གཏོགས་སམ། བལ་ཡུལ་ཤར་ཕྱོགས་ཀྱི་རི་རྒྱུད་དུ་ཆགས་པའི་གནས་མཆོག་གྲགས་ཆེ་བ་ཞིག་ཡིན། གནས་འདི་གངས་རི་ཇོ་མོ་གླང་མ་ནས་ལྷོ་ནུབ་མཚམས་ཀྱི་ཀི་ལོ་མི་ཊར་བརྒྱ་དང་གྱ་ལྔའི་རྒྱང་ཐག་ཏུ་ཁེལ་བའི་ཧ་ལེ་སཱི་ཞེས་པའི་ས་གནས་སུ་ཁེལ། གནས་འདིའི་ལོ་རྒྱུས་སྐོར་བོད་བརྒྱུད་ནང་བསྟན་གྱི་རྡོ་རྗེ་ཐེག་པའི་གསུང་རབ་རྣམས་སུ་གྲགས་པ་ལྟར་ན། གུ་རུ་པདྨ་སམྦྷ་ཝ་དང་ལྷ་ལྕམ་མནྡཱ་ར་ཝས་འཆི་མེད་ཚེ་ཡི་རིག་འཛིན་གྲུབ་པའི་ས་མཆོག་ཡིན་ཙང་། རྒྱལ་ཕྱི་ནང་གང་ས་ནས་དད་ལྡན་སྟོང་ཚོ་མང་པོ་ལོ་ལྟར་བཞིན་ལོ་མཆོད་དང་གནས་མཇལ་དུ་འཛོམ། གཞན་ཧིནྡཱུའི་ཆོས་ལུགས་པ་ཚོས་ཀྱང་གནས་འདི་ནི་སྔོན་ལྷ་མ་ཡིན་བྷསྨཱ་སུར་ཞེས་པའི་འཇིགས་པ་ལས་བྲོས་ཏེ་ལྷ་ཆེན་དབང་ཕྱུག་གབ་ནས་བཞུགས་པའི་ས་གནས་སུ་འདོད་ཅིང་། ཕྱི་རོལ་པའི་གནས་བྱིན་རླབས་ཅན་ཞིག་ཏུ་རྩི་བས། ཧིནྡཱུའི་ཆོས་ལུགས་པ་ཚོས་ཀྱང་ལོ་ལྟར་བཞིན་གནས་འདིའི་མཆོད་མཇལ་བྱེད་པའི་ལུགས་སྲོལ་མཆིས།
मरातिक गुफा (संस्कृत: मरातिक; तिब्बती: མ་རཱ་ཏི་ཀ, འཆི་བ་མཐར་བྱེད།, वयली: 'chi ba mthar byed), खोटाङ जिल्लाअन्तर्गत पूर्वी नेपालको पहाडी भू-भागमा अवस्थित एक प्रख्यात तीर्थस्थल हो। यो तीर्थस्थल सगरमाथा देखि दक्षिण-पश्चिम तिर लगभग १८५ किलोमिटरको टाढा हलेसी गा.वि.स. को वार्ड नम्बर ४ मा रहेको छ। यस गुफाको प्राकृतिक भू-बनोट विश्वमै अनौठो मानिन्छ। यहाँ तीर्थस्थल तिब्बती वज्रयान बौद्ध धर्मको ग्रन्थ र इतिहासहरू[2][3] मा उल्लेख गरिएकोअनुसार गुरु पद्मसम्भव र राजकुमारी मन्दारवाले बुद्ध अमितायुस्बाट आयुसिद्धिको प्राप्ति गर्नुभएको पवित्र भूमि हुनाले देशविदेशबाट हजारौंको संख्यामा बौद्ध धर्मालम्बीहरू दर्शन र वार्षिक पूजापाठको लागि उपस्थित हुने गर्दछन्। साथै हिन्दु धर्मालम्बीहरूले पनि यहाँ असुर भस्मासुरबाट महादेव लुगेको भन्ने मौखिक कथनको व्यख्या साथ एक विशेष तीर्थस्थलको रूपमा मनिन्ने गरेको छ।
མ་རཱ་ཏི་ཀ་ཞེས་པའི་མིང་ཐོགས་ཚུལ།
मरातिकको नामकरण
བྲག་ཕུག་མ་རཱ་ཏི་ཀ་ཞེས་པའི་མིང་འདི། སློབ་དཔོན་པདྨ་སམྦྷ་ཝ་དང་། ལྷ་ལྕམ་མནྡཱ་ར་ཝཱས་དུས་ཡུན་ཟླ་བ་གསུམ་གྱི་རིང་ཚེ་ཡི་སྒྲུབ་པ་མཐར་ཕྱིན་ཏེ་སངས་རྒྱས་ཚེ་དཔག་མེད་ཀྱི་ཞལ་གཟིགས་ཤིང་། འཆི་མེད་ཚེ་ཡི་རིག་འཛིན་མངོན་དུ་མཛད་དེ་འཆི་བའི་འཇིགས་པ་མཐར་སྐྲོད་མཛད་པར་བརྟེན། ལེགས་སྦྱར་གྱི་སྐད་དུ། མ་རཱནྟ་ཀ་འམ། མ་རཱ་ཏི་ཀ་སྟེ། བོད་སྐད་དུ་བསྒྱུར་ན། འཆི་བ་མཐར་བྱེད་ཅེས་གྲགས།
मरातिक गुफाको नामकरण गुरु पद्मसम्भव र राजकुमारी मन्दारवाले तीन महिनाको आयुसाधना सफलता भई बुद्ध अमितायुस्बाट आयुसिद्धिको प्राप्ति द्वारा मरणको अन्त वा समाप्ति गरिएको कारण यस ठाउँको नाम संस्कृत भाषामा मरातिक रहेको मानिन्छ।
སློབ་དཔོན་པདྨ་སམྦྷ་ཝའི་རྣམ་ཐར་ནང་འཁོད་པའི་མ་ཏཱ་ཏི་ཀའི་ལོ་རྒྱུས།
पद्मसम्भवाको जीवनीहरूमा उल्लिखित मरातिकको इतिहास
ཁུངས་ཡིག་ཁག
सन्दर्भ सामग्रीहरू
ར་ཝཱི་ཤ་ཀུ་མཱ་ར་འམ། ར་ཝཱི་ཤ་ཀུ་མཱ་ར་པཱཎྜེ་ནི། སྤྱི་ལོ་ ༡༩༧༤ ཟླ་བ་ ༡༠ ཚེས་ ༠༥ ཉིན་འཁྲུངས་པའི་རྒྱ་གར་གྱི་གསར་འགོད་པ་དང་། རྩོམ་པ་པོ་དང་། གསར་འགྱུར་གླེང་མོ་བ་གྲགས་ཅན་ཞིག་རེད།[1][2][3] ཁོང་གིས་རྒྱ་གར་ཨེན་ཌི་ཊི་ཝིའི་རྩོམ་སྒྲིག་པ་རྒན་པའི་འགན་འཁུར་ཡང་གནང་། ཁོང་གིས་གཟའ་འཁོར་ལས་རིམ་ () उनी एनडीटीवी भारतका वरिष्ठ कार्यकारी सम्पादक थिए। उनले च्यानलको प्रमुख साप्ताहिक कार्यक्रम प्राइम टाइम, हम लोग, रवीश की रिपोर्ट, र देश की बात सहित धेरै कार्यक्रमहरू होस्ट गरे। रवीश कुमारलाई दुई पटक वर्षको सर्वोत्कृष्ट पत्रकारको लागि रामनाथ गोयन्का उत्कृष्टता पत्रकारिता पुरस्कार प्रदान गरिएको छ र सन् २०१९ मा रमन म्याग्सेसे पुरस्कार पाउने पाँचौं भारतीय पत्रकार बनेका छन्।[4]
रवीश कुमार (जन्म ५ डिसेम्बर १९७४); रवीश कुमार पाण्डेको रूपमा जन्मेका एक भारतीय पत्रकार, लेखक र मिडिया व्यक्तित्व हुन्।[1][2][3] उनी एनडीटीवी भारतका वरिष्ठ कार्यकारी सम्पादक थिए। उनले च्यानलको प्रमुख साप्ताहिक कार्यक्रम प्राइम टाइम, हम लोग, रवीश की रिपोर्ट, र देश की बात सहित धेरै कार्यक्रमहरू होस्ट गरे। रवीश कुमारलाई दुई पटक वर्षको सर्वोत्कृष्ट पत्रकारको लागि रामनाथ गोयन्का उत्कृष्टता पत्रकारिता पुरस्कार प्रदान गरिएको छ र सन् २०१९ मा रमन म्याग्सेसे पुरस्कार पाउने पाँचौं भारतीय पत्रकार बनेका छन्।[4]
रवीश कुमार ཕྱི་ལོ་ ༢༠༡༧ ཟླ་བ་ ༡༢ ཚེས་ ༢༠ ལ། དིལླཱི་གསར་པར། སྐྱེས་ཚེས། (1974-12-05) ཕྱི་ལོ་ ༡༩༤༧ ཟླ་བ་ ༡༢ ཚེས་ ༠༥ ཉིན། ཛི་ཏ་ཝཱར་པུ་ར། མོ་ཏི་ཧཱ་རཱི། ཤར་ཙམྤཱ་ར་ཎ། བི་ཧཱ་ར། རྒྱ་གར། མི་ཁུངས། རྒྱ་གར། སློབ་སྦྱོང་། དིལླཱིའི་སློབ་གྲྭ་ཆེན་མོ། རྒྱ་གར་མང་ཚོགས་འཕྲིན་གཏོང་སློབ་གླིང་། འཚོ་ཐབས། གསར་འགོད་པ། ལས་ཡུན། ཨེན་ཌི་ཊི་ཝི། (ཕྱི་ལོ་ ༡༩༩༤-༢༠༢༢) བཟའ་ཟླ། ན་ཡ་ནཱ་དཱ་ས་གུཔྟ། བུ་ཕྲུག ༢ ཕ་མ། བ་ལི་རཱ་མ་པཱཎྜེ། གཟེངས་རྟགས། ག་ཎེ་ཤ་ཤངྐ་ར་སློབ་གཉེར་བྱ་དགའ། (ཕྱི་ལོ་ ༢༠༡༠ དང་། ༢༠༡༤ ལོར།) རཱ་མ་ནཱ་ཐ་གོ་ཡངྐཱ་གསར་འགྱུར་ལས་རིགས་ཀྱི་ཕུལ་བྱུང་བྱ་དགའ། (ཕྱི་ལོ་ ༢༠༡༣ དང་། ༢༠༡༧ ལོར།) མཚལ་སྣག་བྱ་དགའ། (ཕྱི་ལོ་ ༢༠༡༦ ལོར།) ར་མན་མྱཱགྶེ་སེའི་བྱ་དགའ། (ཕྱི་ལོ་ ༢༠༢༡ ལོར།) ཚཏྟིས་ག་ཌྷའི་སྲིད་གཞུང་གི་མཱ་དྷ་ཝ་རཱ་ཝ་སཔྲེའི་གཟེངས་བསྟོད། (ཕྱི་ལོ་ ༢༠༡༩ ལོར།)
रवीश कुमार सन् २०१७ डिसेम्बर २० मा नयाँ दिल्ली। जन्म (1974-12-05) ५ डिसेम्बर १९७४ (उमेर ४८) जितवारपुर, मोतिहारी, पूर्वी चम्पारण, बिहार, भारत राष्ट्रियता भारतीय मातृ शिक्षाप्रतिष्ठान दिल्ली विश्वविद्यालय भारतीय जनसंचार संस्थान पेशा पत्रकार कामदार एनडिटिभी (सन् १९९४-२०२२) जीवनसाथी नयना दासगुप्ता सन्तान २ मातापिता बलिराम पाण्डे पुरस्कार गणेशशङ्कर विद्यार्थी पुरस्कार (सन् २०१०, सम्मानित सन् २०१४) रामनाथ गोयङ्का उत्कृष्टता पत्रकारिता पुरस्कार (सन् २०१३ र सन् २०१७) लाल स्याही पुरस्कार (सन् २०१६) रमन म्याग्सेसे पुरस्कार (सन् २०१९) छत्तीसगढ सरकार माधव राव सप्रे सम्मान (सन् २०१९)
སྒེར་གྱི་འཚོ་བ།
व्यक्तिगत जीवन
रवीश कुमारको विवाह दिल्ली विश्वविद्यालयको लेडी श्रीराम कलेजमा इतिहास पढाउने नयना दासगुप्तासँग भएको छ। उनीहरूको दुई छोरी छन्।[1]
रवीश कुमारको विवाह दिल्ली विश्वविद्यालयको लेडी श्रीराम कलेजमा इतिहास पढाउने नयना दासगुप्तासँग भएको छ। उनीहरूको दुई छोरी छन्।[24]
དམངས་ཚོགས་ཀྱི་རིག་གནས་ཁྲོད།
लोकप्रिय संस्कृतिमा
भाइरल फिभरको च्यानल द स्क्रिन पट्टीले टिएसपीको 'रवीश की रिपोर्ट', कमेडी वेब कार्यक्रम निर्माण गरेको छ। यो सामाजिक व्यङ्ग्यले आफ्नो छोटो एपिसोड र 'प्राइम टाइम विथ रवीश', एक नक्कली वार्तालाप कार्यक्रममा सामाजिक समस्याहरूलाई हास्यास्पद रूपमा प्रस्तुत गर्दछ, जसले शिवङ्कित सिंह परिहारसँग प्रस्तुतिकरण गर्ने रवीश कुमारको शैलीलाई दुवै शृङ्खलाहरूमा चित्रण गरेको छ।[1]रवीश कुमार स्ट्यान्ड-अप कमेडियन कुणाल कामराको अनलाइन वार्तालाप कार्यक्रम 'सट-अप-या-कुणाल'मा उनको रिपोर्टिङ र व्यक्तिगत जीवन[2] र पत्रकार समदीश भाटियाको 'सो अफ द रेकर्ड'मा चर्चा गर्दै देखा परेका छन्।[3][4]
भाइरल फिभरको च्यानल द स्क्रिन पट्टीले टिएसपीको 'रवीश की रिपोर्ट', कमेडी वेब कार्यक्रम निर्माण गरेको छ। यो सामाजिक व्यङ्ग्यले आफ्नो छोटो एपिसोड र 'प्राइम टाइम विथ रवीश', एक नक्कली वार्तालाप कार्यक्रममा सामाजिक समस्याहरूलाई हास्यास्पद रूपमा प्रस्तुत गर्दछ, जसले शिवङ्कित सिंह परिहारसँग प्रस्तुतिकरण गर्ने रवीश कुमारको शैलीलाई दुवै शृङ्खलाहरूमा चित्रण गरेको छ।[25]रवीश कुमार स्ट्यान्ड-अप कमेडियन कुणाल कामराको अनलाइन वार्तालाप कार्यक्रम 'सट-अप-या-कुणाल'मा उनको रिपोर्टिङ र व्यक्तिगत जीवन[26] र पत्रकार समदीश भाटियाको 'सो अफ द रेकर्ड'मा चर्चा गर्दै देखा परेका छन्।[27][28]
རྩོམ་དེབ་ཁག
पुस्तकहरू:
འདི་ཡ་གཟིགས།
यो पनि हेर्नुहोस्
ར་ཝཱི་ཤ་ཀུ་མཱ་ར་འམ། ར་ཝཱི་ཤ་ཀུ་མཱ་ར་པཱཎྜེ་ནི། སྤྱི་ལོ་ ༡༩༧༤ ཟླ་བ་ ༡༠ ཚེས་ ༠༥ ཉིན་འཁྲུངས་པའི་རྒྱ་གར་གྱི་གསར་འགོད་པ་དང་། རྩོམ་པ་པོ་དང་། གསར་འགྱུར་གླེང་མོ་བ་གྲགས་ཅན་ཞིག་རེད།[1][2][3] ཁོང་གིས་རྒྱ་གར་ཨེན་ཌི་ཊི་ཝིའི་རྩོམ་སྒྲིག་པ་རྒན་པའི་འགན་འཁུར་ཡང་གནང་། ཁོང་གིས་གཟའ་འཁོར་ལས་རིམ་ () उनी एनडीटीवी भारतका वरिष्ठ कार्यकारी सम्पादक थिए। उनले च्यानलको प्रमुख साप्ताहिक कार्यक्रम प्राइम टाइम, हम लोग, रवीश की रिपोर्ट, र देश की बात सहित धेरै कार्यक्रमहरू होस्ट गरे। रवीश कुमारलाई दुई पटक वर्षको सर्वोत्कृष्ट पत्रकारको लागि रामनाथ गोयन्का उत्कृष्टता पत्रकारिता पुरस्कार प्रदान गरिएको छ र सन् २०१९ मा रमन म्याग्सेसे पुरस्कार पाउने पाँचौं भारतीय पत्रकार बनेका छन्।[4]
रवीश कुमार (जन्म: सन् १९७४ डिसेम्बर ५), रवीश कुमार पाण्डेको रूपमा जन्मेका एक भारतीय वरिष्ठ पत्रकार, लेखक र मिडिया व्यक्तित्व हुन्।[1][2][3] उनी एनडिटिभी भारतका वरिष्ठ कार्यकारी सम्पादक थिए। उनले च्यानलको प्रमुख साप्ताहिक कार्यक्रम 'प्राइम टाइम', 'हम लोग', 'रवीश की रिपोर्ट', र 'देश की बात' जस्ता कार्यक्रमहरू सञ्चालान गरेका थिए। रवीश कुमारले दुई पटक वर्षको सर्वोत्कृष्ट पत्रकारिताको लागि रामनाथ गोयङ्का उत्कृष्टता पत्रकारिता पुरस्कार र सन् २०१९ मा रमन म्याग्सेसे पुरस्कार प्राप्त गरिसकेका छन्। म्यागसेसे पुरस्कार पाउने उनी पाँचौं भारतीय पत्रकार हुन्।[4]
དཔྱད་གཞིའི་རྒྱུ་ཆ།
सन्दर्भ सामग्रीहरू
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↑ PTI (९ सेप्टेम्बर २०१९), "Indian journalist Ravish Kumar receives 2019 Ramon Magsaysay Award", The Hindu (en-INमा), आइएसएसएन 0971-751X, मूलबाट २८ डिसेम्बर २०१९-मा सङ्ग्रहित, अन्तिम पहुँच १३ अप्रिल २०२१। ↑ "जन्मदिन विशेष: कौन हैं और क्या करती हैं रवीश कुमार की पत्नी, जानिए कैसी है लाइफस्टाइल", Jansatta (हिन्दीमा), ५ डिसेम्बर २०२०, अन्तिम पहुँच १३ अप्रिल २०२१। ↑ Puri, Anjali (२ डिसेम्बर २०१९), "Ravish Kumar: The rooted anchor", Business Standard (अङ्ग्रेजीमा), अन्तिम पहुँच १३ अप्रिल २०२१। 1 2 ""Truth Essential To Democracy": Ravish Kumar Receives Magsaysay Award", NDTV.com, अन्तिम पहुँच ७ डिसेम्बर २०२१। ↑ PTI (२ अगस्ट २०१९), "NDTV's Ravish Kumar wins the 2019 Ramon Magsaysay Award", ThePrint (en-USमा), अन्तिम पहुँच १३ अप्रिल २०२१। ↑ PTI (२ अगस्ट २०१९), "Journalist Ravish Kumar wins 2019 Ramon Magsaysay Award", Deccan Herald (अङ्ग्रेजीमा), अन्तिम पहुँच १३ अप्रिल २०२१। ↑ "Know about the elder brother of journalist Ravish Kumar", Jansatta, १६ अक्टोबर २०२०। ↑ "दिल्ली में बंगाल की नयना पर दिल हार बैठे थे रवीश कुमार, तमाम मुश्किलों को पार कर रचाई शादी", Jansatta (हिन्दीमा), ४ अगस्ट २०२०, अन्तिम पहुँच २७ अगस्ट २०२०। ↑ "NDTV - The Company", NDTV, अन्तिम पहुँच २८ अगस्ट २०१६। ↑ "NDTV.com", www.ndtv.com, अन्तिम पहुँच २८ अगस्ट २०१६। ↑ "Ravish Ki Report", www.ndtv.com, अन्तिम पहुँच २०२२-११-३०। ↑ "Des Ki Baat", NDTV, अन्तिम पहुँच २४ जुलाई २०२०। ↑ "NDTV के पत्रकार रवीश कुमार को दी जा रही है जान से मारने की धमकी", NDTVIndia, २५ मे २०१८, अन्तिम पहुँच ३ फेब्रुअरी २०२१। ↑ "NDTV's Ravish Kumar says the frequency of death threats increased, calls it 'all well organised' - India News, Firstpost", Firstpost, २७ मे २०१८, अन्तिम पहुँच ३ फेब्रुअरी २०२१। ↑ "NDTV's Ravish Kumar says death threats have increased", The Hindu, २५ मे २०१८, अन्तिम पहुँच १४ मे २०२०। ↑ "Senior journalist Ravish Kumar resigns from NDTV", Indian Express, ३० नोभेम्बर २०२२, अन्तिम पहुँच २०२२-११-३०। ↑ "Media freedom fears in India after Modi ally Adani buys 29% stake in NDTV", the Guardian (अङ्ग्रेजीमा), २०२२-०८-२४, अन्तिम पहुँच २०२२-११-३०। ↑ "Kumar, Ravish", www.rmaward.asia, अन्तिम पहुँच १७ मार्च २०२१। ↑ "Ramnath Goenka Excellence in Journalism Awards: Full list of winners", The Indian Express (en-USमा), २२ डिसेम्बर २०१७, अन्तिम पहुँच १४ मे २०२०। ↑ "First Gauri Lankesh Memorial Award given to senior TV journalist Ravish Kumar - The New Indian Express", New Indian Express, २३ सेप्टेम्बर २०१९, अन्तिम पहुँच १७ मार्च २०२१। ↑ "President Pranab Mukherjee honours 28 persons for contribution towards Hindi language", The Economic Times, २७ अगस्ट २०१४, अन्तिम पहुँच १४ मे २०२०। ↑ "Kuldip Nayar journalism awards: First winner Ravish Kumar says journalists 'have to rise above flattery of establishment'", The Indian Express (अङ्ग्रेजीमा), २१ मार्च २०१७, अन्तिम पहुँच १७ मार्च २०२१। ↑ "#ie100: Narendra Modi to Ravish Kumar, the most powerful Indians", The Indian Express (अङ्ग्रेजीमा), १४ अप्रिल २०१६, अन्तिम पहुँच १७ मार्च २०२१। ↑ Joshi, Namrata (१२ अक्टोबर २०१५), "The Peace Maker", Outlook, अन्तिम पहुँच १७ मार्च २०२१। ↑ "Rabish Ki Report", TVFPlay, अन्तिम पहुँच १२ जुन २०२१। ↑ "Shut Up Ya Kunal - Episode 6: Ravish Kumar", Kunal Kamra, २४ मे २०१८। ↑ "Shut Up Ya Kunal - Episode 6: Ravish Kumar", Kunal Kamra, २४ मे २०१८। ↑ "Off The Record Ep. 11 ft. Ravish Kumar", www.scoopwhoop.com (Englishमा), ७ अगस्ट २०२१, अन्तिम पहुँच ७ डिसेम्बर २०२१।
སྔ་དུས་ཀྱི་འཚོ་བ་དང་སློབ་སྦྱོང་།
प्रारम्भिक जीवन र शिक्षा
ལས་རིགས།
पेशा
रवीश कुमारले सन् १९९४ देखि सन् २०२२ सम्म उनी एनडिटिभी भारतद्वारा अन्ततः वरिष्ठ निर्देशकको रूपमा कार्यरत थिए।[1] उनले च्यानलको प्रमुख साप्ताहिक कार्यक्रम 'प्राइम टाइम', 'हम लोग',[2] 'रवीश की रिपोर्ट'[3][4] र 'देश की बात' जस्ता कार्यक्रमहरू सञ्चालान गरेका थिए। उनले विगतमा आफ्नो पत्रकारिताका लागि ज्यान मार्ने धम्की पाएका थिए।[5][6][7] सन् २०२२ नोभेम्बर ३० मा, च्यानलका संस्थापक र प्रमोटर प्रणय रोय र राधिका रोयले आरआरपिआर होल्डिङ प्राइभेट लिमिटेडको बोर्डमा निर्देशक पदबाट राजीनामा दिएपछि उनले एनडिटिभीबाट राजीनामा दिएका थिए।[8] एनडिटिभी समाचार संस्थालाई भारतीय प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदीको एक घनिष्ठ सहयोगी गौतम अदानी समूहद्वारा अधिग्रहण गरेको थियो।[9]
रवीश कुमारले सन् १९९४ देखि सन् २०२२ सम्म उनी एनडिटिभी भारतद्वारा अन्ततः वरिष्ठ निर्देशकको रूपमा कार्यरत थिए।[9] उनले च्यानलको प्रमुख साप्ताहिक कार्यक्रम 'प्राइम टाइम', 'हम लोग',[10] 'रवीश की रिपोर्ट'[11][12] र 'देश की बात' जस्ता कार्यक्रमहरू सञ्चालान गरेका थिए। उनले विगतमा आफ्नो पत्रकारिताका लागि ज्यान मार्ने धम्की पाएका थिए।[13][14][15] सन् २०२२ नोभेम्बर ३० मा, च्यानलका संस्थापक र प्रमोटर प्रणय रोय र राधिका रोयले आरआरपिआर होल्डिङ प्राइभेट लिमिटेडको बोर्डमा निर्देशक पदबाट राजीनामा दिएपछि उनले एनडिटिभीबाट राजीनामा दिएका थिए।[16] एनडिटिभी समाचार संस्थालाई भारतीय प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदीको एक घनिष्ठ सहयोगी गौतम अदानी समूहद्वारा अधिग्रहण गरेको थियो।[17]
བྱ་དགའ་དང་གཟེངས་བསྟོད།
पुरस्कार र प्रशंसा
रवीश कुमारलाई पत्रकारितामा उनको कामको लागि रमन म्यागसेसे पुरस्कार (सन् २०१९) सहित विभिन्न पुरस्कारहरू प्रदान गरिएको छ। उनी हिन्दी भाषामा प्रशारण श्रेणीको लागि दुई पटक रामनाथ गोयङ्का एक्सेलेन्स इन जर्नलिज्म अवार्ड (सन् २०१७, सन् २०१३) प्राप्त गरिसकेकाका छन्। यो सूचीमा पत्रकारिताका लागि गौरी लङ्केश पुरस्कार, प्रथम कुलदीप नायर पत्रकारिता पुरस्कार (सन् २०१७), हिन्दी पत्रकारिता र रचनात्मक साहित्यका लागि गणेश शङ्कर विद्यार्थी पुरस्कार (सन् २०१० को लागि, सन् २०१४ मा सम्मानित) पाइसकेका छन्। उनी द इन्डियन एक्सप्रेसद्वारा १०० सबैभन्दा प्रभावशाली भारतीय (सन् २०१६) को सूचीमा समावेश थिए र मुम्बई प्रेस क्लबद्वारा वर्षको पत्रकार पनि नामित थिए।[1][2][3][4][5][6][7]
रवीश कुमारलाई पत्रकारितामा उनको कामको लागि रमन म्यागसेसे पुरस्कार (सन् २०१९) सहित विभिन्न पुरस्कारहरू प्रदान गरिएको छ। उनी हिन्दी भाषामा प्रशारण श्रेणीको लागि दुई पटक रामनाथ गोयङ्का एक्सेलेन्स इन जर्नलिज्म अवार्ड (सन् २०१७, सन् २०१३) प्राप्त गरिसकेकाका छन्। यो सूचीमा पत्रकारिताका लागि गौरी लङ्केश पुरस्कार, प्रथम कुलदीप नायर पत्रकारिता पुरस्कार (सन् २०१७), हिन्दी पत्रकारिता र रचनात्मक साहित्यका लागि गणेश शङ्कर विद्यार्थी पुरस्कार (सन् २०१० को लागि, सन् २०१४ मा सम्मानित) पाइसकेका छन्। उनी द इन्डियन एक्सप्रेसद्वारा १०० सबैभन्दा प्रभावशाली भारतीय (सन् २०१६) को सूचीमा समावेश थिए र मुम्बई प्रेस क्लबद्वारा वर्षको पत्रकार पनि नामित थिए।[18][19][20][21][22][23][7]