# chr/Cherokee-NT.xml.gz
# hi/Hindi.xml.gz
(src)="b.MAT.1.1.1"> ᎯᎠ ᎪᏪᎵ ᎧᏃᎮᎭ ᏧᏁᏢᏔᏅᏒ ᏥᏌ ᎦᎶᏁᏛ , ᏕᏫ ᎤᏪᏥ , ᎡᏆᎭᎻ ᎤᏪᏥ .
(trg)="b.MAT.1.1.1"> इब्राहीम की सन्तान , दाऊद की सन्तान , यीशु मसीह की वंशावली ।
(src)="b.MAT.1.2.1"> ᎡᏆᎭᎻ ᎡᏏᎩ ᎤᏕᏁᎴᎢ ; ᎡᏏᎩᏃ ᏤᎦᏈ ᎤᏕᏁᎴᎢ , ᏤᎦᏈᏃ ᏧᏓ ᎠᎴ ᎾᏍᎩ ᎠᎾᏓᏅᏟ ᎬᏩᏕᏁᎴᎢ ;
(trg)="b.MAT.1.2.1"> इब्राहीम से इसहाक उत्पन्न हुआ ; इसहाक से याकूब उत्पन्न हुआ ; और याकूब से यहूदा और उसके भाई उत्पन्न हुए ।
(src)="b.MAT.1.3.1"> ᏧᏓᏃ ᏇᎵᏏ ᎠᎴ ᏎᎳ ᎬᏩᏕᏁᎴᎢ ᏖᎹ ᏚᎾᏄᎪᏫᏎᎢ ; ᏇᎵᏏᏃ ᎢᏏᎳᎻ ᎤᏕᏁᎴᎢ ; ᎢᏏᎳᎻᏃ ᎡᎵᎻ ᎤᏕᏁᎴᎢ ;
(trg)="b.MAT.1.3.1"> यहूदा से फिरिस , और यहूदा और तामार से जोरह उत्पन्न हुए ; और फिरिस से हिद्दॊन उत्पन्न हुआ , और हिद्दॊन से एराम उत्पन्न हुआ ।
(src)="b.MAT.1.4.1"> ᎡᎵᎻᏃ ᎡᎻᏂᏓᏈ ᎤᏕᏁᎴᎢ ; ᎡᎻᏂᏓᏈᏃ ᎾᏐᏂ ᎤᏕᏁᎴᎢ ; ᎾᏐᏂᏃ ᏌᎵᎹ ᎤᏕᏁᎴᎢ ;
(trg)="b.MAT.1.4.1"> और एराम से अम्मीनादाब उत्पन्न हुआ ; और अम्मीनादाब से नहशोन और नहशोन से सलमोन उत्पन्न हुआ ।
(src)="b.MAT.1.5.1"> ᏌᎵᎹᏃ ᏉᏏ ᎤᏕᏁᎴᎢ ᎴᎭᏫ ᎤᎾᎸᎪᏫᏎᎢ ; ᏉᏏᏃ ᎣᏇᏗ ᎤᏕᏁᎴᎢ ᎷᏏ ᎤᎾᏄᎪᏫᏎᎢ ; ᎣᏇᏗᏃ ᏤᏏ ᎤᏕᏁᎴᎢ ;
(trg)="b.MAT.1.5.1"> और सलमोन और राहब से बोअज उत्पन्न हुआ । और बोअज और रूत से ओबेद उत्पन्न हुआ ; और ओबेद से यिशै उत्पन्न हुआ ।
(src)="b.MAT.1.6.1"> ᏤᏏᏃ ᏕᏫ ᎤᎬᏫᏳᎯ ᎤᏕᏁᎴᎢ ; ᏕᏫᏃ ᎤᎬᏫᏳᎯ ᏐᎵᎹᏅ ᎤᏕᏁᎴᎢ ᏳᎳᏯ ᎤᏓᏴᏛ ᎤᎾᏄᎪᏫᏎᎢ ;
(trg)="b.MAT.1.6.1"> और यिशै से दाऊद राजा उत्पन्न हुआ । ।
(src)="b.MAT.1.7.1"> ᏐᎵᎹᏅᏃ ᎶᏉᎹ ᎤᏕᏁᎴᎢ ; ᎶᏉᎹᏃ ᎡᏆᏯ ᎤᏕᏁᎴᎢ ; ᎡᏆᏯᏃ ᎡᏏ ᎤᏕᏁᎴᎢ ;
(trg)="b.MAT.1.7.1"> और दाऊद से सुलैमान उस स्त्री से उत्पन्न हुआ जो पहिले उरिरयाह की पत्नी थी ।
(src)="b.MAT.1.8.1"> ᎡᏏᏃ ᏦᏏᏆ ᎤᏕᏁᎴᎢ . ᏦᏏᏆᏃ ᏦᎳᎻ ᎤᏕᏁᎴᎢ ; ᏦᎳᎻᏃ ᎣᏌᏯ ᎤᏕᏁᎴᎢ ;
(trg)="b.MAT.1.8.1"> और सुलैमान से रहबाम उत्पन्न हुआ ; और रहबाम से अबिरयाह उत्पन्न हुआ ; और अबिरयाह से आसा उत्पन्न हुआ ; और आसा से यहोशफात उत्पन्न हुआ ; और यहोशाफात से योराम उत्पन्न हुआ , और योराम से उज्जियाह उत्पन्न हुआ ।
(src)="b.MAT.1.9.1"> ᎣᏌᏯᏃ ᏦᏓᎻ ᎤᏕᏁᎴᎢ ; ᏦᏓᎻᏃ ᎡᎭᏏ ᎤᏕᏁᎴᎢ ; ᎡᎭᏏᏃ ᎮᏏᎦᏯ ᎤᏕᏁᎴᎢ ;
(trg)="b.MAT.1.9.1"> और उज्जियाह से योताम उत्पन्न हुआ ; और योताम से आहाज उत्पन्न हुआ ; और आहाज से हिजकिरयाह उत्पन्न हुआ ।
(src)="b.MAT.1.10.1"> ᎮᏏᎦᏯᏃ ᎹᎾᏏ ᎤᏕᏁᎴᎢ ; ᎹᎾᏏᏃ ᎠᎼᏂ ᎤᏕᏁᎴᎢ ; ᎠᎼᏂᏃ ᏦᏌᏯ ᎤᏕᏁᎴᎢ ;
(trg)="b.MAT.1.10.1"> और हिजिकिरयाह से मनश्शिह उत्पन्न हुआ । और मनश्शिह से आमोन उत्पन्न हुआ ; और आमोन से योशिरयाह उत्पन्न हुआ ।
(src)="b.MAT.1.11.1"> ᏦᏌᏯᏃ ᏤᎪᎾᏯ ᎠᎴ ᎠᎾᏓᏅᏟ ᎬᏩᏕᏁᎴᎢ ; ᎾᎯᏳ ᏓᏗᎶᏂ ᏥᏫᏗᎨᎦᏘᏅᏍᏔᏁᎢ ;
(trg)="b.MAT.1.11.1"> और बन्दी होकर बाबूल जाने के समय में योशिरयाह से यकुन्याह , और उस के भाई उत्पन्न हुए । ।
(src)="b.MAT.1.12.1"> ᏓᏗᎶᏂᏃ ᏫᏗᎨᎦᏘᏃᎸ ᏤᎪᎾᏯ ᏌᎳᏓᏱᎵ ᎤᏕᏁᎴᎢ ; ᏌᎳᏓᏱᎵᏃ ᏥᎳᏇᎵ ᎤᏕᏁᎴᎢ ;
(trg)="b.MAT.1.12.1"> बन्दी होकर बाबुल पहुंचाए जाने के बाद यकुन्याह से शालतिएल उत्पन्न हुआ ; और शालतिएल से जरूब्बाबिल उत्पन्न हुआ ।
(src)="b.MAT.1.13.1"> ᏥᎳᏇᎵᏃ ᎠᏆᏯᏗ ᎤᏕᏁᎴᎢ , ᎠᏆᏯᏗᏃ ᎢᎳᏯᎩᎻ ᎤᏕᏁᎴᎢ ; ᎢᎳᏯᎩᎻᏃ ᎡᏐ ᎤᏕᏁᎴᎢ ;
(trg)="b.MAT.1.13.1"> और जरूब्बाबिल से अबीहूद उत्पन्न हुआ , और अबीहूद से इल्याकीम उत्पन्न हुआ ; और इल्याकीम से अजोर उत्पन्न हुआ ।
(src)="b.MAT.1.14.1"> ᎡᏐᏃ ᏎᏙᎩ ᎤᏕᏁᎴᎢ ; ᏎᏙᎩᏃ ᎡᎩᎻ ᎤᏕᏁᎴᎢ ; ᎡᎩᎻᏃ ᎢᎳᏯᏗ ᎤᏕᏁᎴᎢ ;
(trg)="b.MAT.1.14.1"> और अजोर से सदोक उत्पन्न हुआ ; और सदोक से अखीम उत्पन्न हुआ ; और अखीम से इलीहूद उत्पन्न हुआ ।
(src)="b.MAT.1.15.1"> ᎢᎳᏯᏗᏃ ᎢᎵᎡᏌ ᎤᏕᏁᎴᎢ ; ᎢᎵᎡᏌᏃ ᎹᏓᏂ ᎤᏕᏁᎴᎢ ; ᎹᏓᏂᏃ ᏤᎦᏈ ᎤᏕᏁᎴᎢ ;
(trg)="b.MAT.1.15.1"> और इलीहूद से इलियाजार उत्पन्न हुआ ; और इलियाजर से मत्तान उत्पन्न हुआ ; और मत्तान से याकूब उत्पन्न हुआ ।
(src)="b.MAT.1.16.1"> ᏤᎦᏈᏃ ᏦᏩ ᎤᏕᏁᎴᎢ , ᎾᏍᎩ ᎺᎵ ᎤᏰᎯ ᎾᏍᎩ ᏧᎾᏄᎪᏫᏎ ᏥᏌ ᎦᎶᏁᏛ ᏣᏃᎭᎰᎢ .
(trg)="b.MAT.1.16.1"> और याकूब से यूसुफ उत्पन्न हुआ ; जो मरियम का पति था जिस से यीशु जो मसीह कहलाता है उत्पन्न हुआ । ।
(src)="b.MAT.1.17.1"> ᎾᏍᎩᏃ ᏂᎦᏛ ᏄᎾᏓᏁᏟᏴᏒ ᎡᏆᎭᎻ ᏤᎮ ᎾᎯᏳ ᏅᏓᎬᏩᏓᎴᏅᏛ ᏕᏫᏃ ᏤᎮ ᏅᏛᏍᏘ ᏂᎦᏚ ᏄᎾᏓᏁᏟᏴᏎᎢ ; ᏕᏫᏃ ᏤᎮ ᎾᎯᏳ ᏅᎵᎬᏩᏓᎴᏅᏛ ᏓᏗᎶᏂᏃ ᏥᏫᏗᎨᎦᏘᏅᏍᏔᏁ ᎾᎯᏳ ᏅᏛᏍᏘ ᏂᎦᏚ ᏄᎾᏓᏁᏟᏴᏎᎢ ; ᏓᏗᎶᏂᏃ ᎾᎯᏳ ᏥᏫᏗᎨᎦᏘᏅᏍᏔᏁ ᎤᏓᏳᏓᎴᏅᏛ ᏥᏌᏃ ᏧᏕᏁ ᎾᎯᏳ ᏅᏛᏍᏘ ᏂᎦᏚ ᏄᎾᏓᏁᏟᏴᏎᎢ .
(trg)="b.MAT.1.17.1"> इब्राहीम से दाऊद तक सब चौदह पीढ़ी हुई और दाऊद से बाबुल को बन्दी होकर पहुंचाए जाने तक चौदह पीढ़ी और बन्दी होकर बाबुल को पहुंचाए जाने के समय से लेकर मसीह तक चौदह पीढ़ी हुई । ।
(src)="b.MAT.1.18.1"> ᎾᏍᎩᏃ ᎯᎠ ᏄᎵᏍᏔᏂᏙᎴ ᎤᏕᏅᏥᏌ ᎦᎶᏁᏛ . ᎾᏍᎩ ᎺᎵ ᏥᏌ ᎤᏥ ᏦᏩ ᎤᏓᏴᏍᏗ , ᎠᏏᏉ ᏂᏓᎾᏤᎬᎾ ᎨᏎᎢ , ᎤᏁᎵᏤ ᎦᎸᏉᏗᏳ ᎠᏓᏅᏙ ᎤᏓᏅᏖᎸᎯ .
(trg)="b.MAT.1.18.1"> अब यीशु मसीह का जन्म इस प्रकार से हुआ , कि जब उस की माता मरियम की मंगनी यूसुफ के साथ हो गई , तो उन के इकट्ठे होने के पहिले से वह पवित्रा आत्मा की ओर से गर्भवती पाई गई ।
(src)="b.MAT.1.19.1"> ᏦᏩ ᎾᏍᎩ Ꮎ ᏧᎾᏨᏍᏗ ᎤᏓᏅᏘᏳ ᎨᏒ ᎢᏳᏍᏗ , ᎠᎴ ᏄᏚᎵᏍᎬᎾ ᎨᏒ ᎢᏳᏍᏗ ᎬᏂᎨᏒ ᎤᏕᎰᎯᏍᏙᏗᏱ , ᎤᏕᎵᏛᏉ ᎢᏴᏛ ᏮᏓᏥᏯᎧᏂ , ᎤᏪᎵᏎᎢ .
(trg)="b.MAT.1.19.1"> सो उसके पति यूसुफ ने जो धर्मी था और उसे बदनाम करना नहीं चाहता था , उसे चुपके से त्याग देने की मनसा की ।
(src)="b.MAT.1.20.1"> ᎠᏎᏃ ᎠᏏᏉ ᎯᎠ ᎾᏍᎩ ᏄᏍᏕᎠᏓᏅᏖᏍᎨᎢ , ᎬᏂᏳᏉ ᏗᎧᎿᏩᏗᏙᎯ ᏱᎰᏩ ᎤᏅᏏᏛ ᎬᏂᎨᏒ ᏄᏛᏁᎴ ᎠᏍᎩᏓᏍᎬᎢ , ᎯᎠ ᏂᎦᏪᏍᎨᎢ ; ᏦᏩ , ᏕᏫ ᎤᏪᏥ , ᏞᏍᏗ ᏣᏍᎦᎸ ᎯᏯᏅᏗᏱ ᎺᎵ ᏣᏓᏴᏍᏗ , ᎾᏍᎩᏰᏃ Ꮎ ᏥᎦᏁᎵ ᎦᎸᏉᏗᏳ ᎠᏓᏅᏙ ᎤᏓᏅᏖᎸᎯ ;
(trg)="b.MAT.1.20.1"> जब वह इन बातों के सोच ही में था तो प्रभु का स्वर्गदूत उसे स्वप्न में दिखाई देकर कहने लगा ; हे यूसुफ दाऊद की सन्तान , तू अपनी पत्नी मरियम को अपने यहां ले आने से मत डर ; क्योंकि जो उसके गर्भ में है , वह पवित्रा आत्मा की ओर से है ।
(src)="b.MAT.1.21.1"> ᎠᎴ ᏓᎦᎾᏄᎪᏫᏏ ᎠᏧᏣ , ᎾᏍᎩᏃ ᏥᏌ ᏕᎯᏲᎥᎭ , ᏧᏤᎵᏰᏃ ᏴᏫ ᏙᏛᏍᏕᎸᎯ ᏙᏓᎫᏓᎴᏏ ᎤᏂᏍᎦᏅᏨᎢ .
(trg)="b.MAT.1.21.1"> वह पुत्रा जनेगी और तू उसका नाम यीशु रखना ; क्योंकि वह अपने लोगों का उन के पापों से उद्वार करेगा ।
(src)="b.MAT.1.22.1"> ᎾᏍᎩᏃ ᎯᎠ ᏂᎦᏗᏳ ᏄᎵᏍᏔᏂᏙᎴ ᎤᏙᎯᏳᏗᏱ ᎠᏰᎸᏒᎢ ᎯᎠ ᏥᏄᏪᏎ ᏱᎰᏩ ᎠᏙᎴᎰᏍᎩ ᎠᎬᏗᏍᎬᎢ ;
(trg)="b.MAT.1.22.1"> यह सब कुछ इसलिये हुआ कि जो वचन प्रभु ने भविष्यद्वक्ता के द्वारा कहा था ; वह पूरा हो ।
(src)="b.MAT.1.23.1"> ᎬᏂᏳᏉ ᎠᏛ ᎾᏥᏰᎲᎾ ᎦᏁᎵᏛ ᎨᏎᏍᏗ , ᎠᎴ ᏓᎦᎾᏄᎪᏫᏏ ᎠᏧᏣ , ᎾᏍᎩᏃ ᎢᎹᏄᎡᎵ ᎠᏃᏎᎮᏍᏗ , ᎾᏍᎩ ᎠᏁᏢᏔᏅᎯ ᎨᏒ ᎯᎠ ᏄᏍᏗ ᎦᏛᎦ , ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎢᎨᎳᏗᏙᎭ .
(trg)="b.MAT.1.23.1"> कि , देखो एक कुंवारी गर्भवती होगी और एक पुत्रा जनेगी और उसका नाम इम्मानुएल रखा जाएगा जिस का अर्थ यह है " परमेश्वर हमारे साथ " ।
(src)="b.MAT.1.24.1"> ᏦᏩᏃ ᎤᏰᏨ ᎤᎸᏅᎢ ᏗᎧᎿᏩᏗᏙᎯ ᏱᎰᏩ ᏅᏓᏳᏅᏏᏛ ᏄᏪᏎᎸ ᏄᏛᏁᎴᎢ , ᎤᏯᏅᎨᏉ ᎤᏓᏴᏍᏗ .
(trg)="b.MAT.1.24.1"> सो यूसुफ नींद से जागकर प्रभु के दूत की आज्ञा अनुसार अपनी पत्नी को अपने यहां ले आया ।
(src)="b.MAT.1.25.1"> ᎠᎴ ᎥᏝ ᏳᎦᏙᎥᏎᎢ ᎬᏂ ᎤᎾᏄᎪᏫᏒ ᎢᎬᏱ ᎡᎯ ᎤᏪᏥ ᎠᏧᏣ , ᏥᏌᏃ ᏑᏬᎡᎢ .
(trg)="b.MAT.1.25.1"> और जब तक वह पुत्रा न जनी तब तक वह उसके पास न गया : और उस ने उसका नाम यीशु रखा । ।
(src)="b.MAT.2.1.1"> ᏥᏌᏃ ᎤᏕᏅ ᎦᏚᏱ ᎦᏚᎲ ᏧᏗᏱ , ᎾᎯᏳ ᏤᎮ ᎡᎶᏛ ᎤᎬᏫᏳᎯ , ᎬᏂᏳᏉ ᎤᏂᎷᏤ ᏥᎷᏏᎵᎻ ᎠᏂᎦᏔᎿᎢ ᏅᏙ ᏗᎧᎸᎬ ᎢᏗᏢ ᏧᏂᎶᏎᎢ ,
(trg)="b.MAT.2.1.1"> हेरोदेस राजा के दिनों में जब यहूदिया के बैतलहम में यीशु का जन्म हुआ , तो देखो , पूर्व से कई ज्योतिषी यरूशलेम में आकर पूछने लगे ।
(src)="b.MAT.2.2.1"> ᎯᎠ ᏄᏂᏪᏎᎢ ; ᎭᏢ Ꮎ ᏧᏕᏅ ᎤᎬᏫᏳᎯ ᎠᏂᏧᏏ ᎤᎾᏤᎵᎦ , ᎣᎩᎪᎲᏰᏃ ᎤᏤᎵ ᏃᏈᏏ ᏗᎧᎸᎬ ᎢᏗᏢ , ᎠᎴ ᎣᏣᏓᏙᎵᏍᏓᏁᎵᎦ .
(trg)="b.MAT.2.2.1"> कि यहूदियों का राजा जिस का जन्म हुआ है , कहां है ? क्योंकि हम ने पूर्व में उसका तारा देखा है और उस को प्रणाम करने आए हैं ।
(src)="b.MAT.2.3.1"> ᎡᎶᏛᏃ ᎤᎬᏫᏳᎯ ᎤᏛᎦᏅ ᎾᏍᎩ , ᎤᏪᎵᎯᏍᏗ ᎤᏓᏅᏓᏕᎢ , ᎠᎴ ᏂᎦᏛ ᏥᎷᏏᎵᎻ ᎠᏁᎯ .
(trg)="b.MAT.2.3.1"> यह सुनकर हेरोदेस राजा और उसके साथ सारा यरूशलेम घबरा गया ।
(src)="b.MAT.2.4.1"> ᏚᎳᏫᏛᏃ ᏂᎦᏛ ᏄᏂᎬᏫᏳᏒ ᎠᏥᎸ ᎠᏁᎶᎯ , ᎠᎴ ᏴᏫ ᏗᏃᏪᎳᏁᎯ , ᏚᏛᏛᏁᎢ , ᎾᎿ ᎤᏕᏗ ᎨᏒ ᎦᎶᏁᏛ .
(trg)="b.MAT.2.4.1"> और उस ने लोगों के सब महायाजकों और शास्त्रियों को इकट्ठे करके उन से पूछा , कि मसीह का जन्म कहाँ होना चाहिए ?
(src)="b.MAT.2.5.1"> ᎯᎠᏃ ᏂᎬᏩᏪᏎᎴᎢ ; ᏧᏗᏱ ᎦᏚᏱ ᎦᏚᎲᎢ ; ᎯᎠᏰᏃ ᏄᏩᏅ ᎤᏬᏪᎳ ᎠᏙᎴᎰᏍᎩ ;
(trg)="b.MAT.2.5.1"> उन्हों ने उस से कहा , यहूदिया के बैतलहम में ; क्योंकि भविष्यद्वक्ता के द्वारा यों लिखा है ।
(src)="b.MAT.2.6.1"> ᎠᎴ ᏂᎯ ᎦᏚᏱ ᎦᏚᎲ ᏧᏗᏱ , ᎥᏝᏍᎩᏂ ᏣᏍᏗᎧᏂ ᏱᎩ , ᏥᎶᏓᏑᏯ ᏄᏂᎬᏫᏳᏒ ᏧᏗᏱ , ᏂᎯᏰᏃ ᏓᏣᏄᎪᏥ ᏗᏆᏤᎵ ᏴᏫ ᎢᏏᎵ-ᏗᎧᏁᏤᎯ .
(trg)="b.MAT.2.6.1"> कि हे बैतलहम , जो यहूदा के देश में है , तू किसी रीति से यहूदा के अधिकारियों में सब से छोटा नहीं ; क्योंकि तुझ में से एक अधिपति निकलेगा , जो मेरी प्रजा इस्राएल की रखवाली करेगा ।
(src)="b.MAT.2.7.1"> ᎿᏉᏃ ᎡᎶᏛ ᎤᏕᎵᏛ ᏫᏚᏯᏅᎲ ᎾᏍᎩ ᎠᏂᎦᏔᎿᎢ , ᎣᏍᏛ ᏚᏛᏘᏌᏁ ᎢᏳᏉ ᎾᏍᎩ ᏃᏈᏏ ᎤᎾᏄᎪᏨᎢ .
(trg)="b.MAT.2.7.1"> तब हेरोदेस ने ज्योतिषियों को चुपके से बुलाकर उन से पूछा , कि तारा ठीक किस समय दिखाई दिया था ।
(src)="b.MAT.2.8.1"> ᎠᎴ ᏚᏅᏎ ᎦᏚᏱ , ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎢ ; ᎢᏤᎾ ᎣᏍᏛ ᏪᏥᏲᎦ ᎾᏍᎩ ᎤᏍᏗ ᎠᏲᎵ , ᎢᏳᏃ ᎡᏥᏩᏛᎲᎭ , ᎢᏍᎩᏃᏁᎵᎸᎭ , ᎠᏴᏃ ᎾᏍᏉ ᏫᏥᎷᏨᎭ , ᎠᎴ ᏥᏯᏓᏙᎵᏍᏓᏁᎸᎭ .
(trg)="b.MAT.2.8.1"> और उस ने यह कहकर उन्हें बैतलहम भेजा , कि जाकर उस बालक के विषय में ठीक ठीक मालूम करो और जब वह मिल जाए तो मुझे समाचार दो ताकि मैं भी आकर उस को प्रणाम करूं ।
(src)="b.MAT.2.9.1"> ᎤᎾᏛᎦᏃᏁᎸᏃ ᎤᎬᏫᏳᎯ ᎤᎾᏂᎩᏎᎢ , ᎬᏂᏳᏉᏃ ᏃᏈᏏ , ᎾᏍᎩ ᎤᏂᎪᎲᎯ ᏗᎧᎸᎬ ᎢᏗᏢ , ᎢᎬᏱ ᎤᏁᏅᎡᎴᎢ , ᎬᏂ ᏭᎷᏥᎸ ᎠᎴ ᎤᎴᏫᏍᏔᏅ ᎦᎸᎳᏗᏢ ᎾᎿ ᎠᏥᎵ ᎡᎲᎢ .
(trg)="b.MAT.2.9.1"> वे राजा की बात सुनकर चले गए , और देखो , जो तारा उन्हों ने पूर्व में देखा था , वह उन के आगे आगे चला , और जंहा बालक था । उस जगह के ऊपर पंहुचकर ठहर गया । ।
(src)="b.MAT.2.10.1"> ᎤᏂᎪᎲᏃ ᎾᏍᎩ ᏃᏈᏏ , ᎤᎶᏔᏅᎯ ᎤᎾᎵᎮᎵᏤᎢ .
(trg)="b.MAT.2.10.1"> उस तारे को देखकर वे अति आनन्दित हुए ।
(src)="b.MAT.2.11.1"> ᎠᏓᏁᎸᏃ ᎤᏂᏴᎸ ᎤᏂᎪᎮ ᎠᏲᏝ ᎠᎴ ᎤᏥ ᎺᎵ , ᎠᎴ ᎡᎳᏗ ᏚᎾᏓᏅᏁᎢ , ᎤᎾᏓᏙᎵᏍᏓᏁᎴᎢ , ᎠᎴ ᏧᎬᏩᎶᏗ ᎤᏂᎳᏅᏛ ᏚᏂᏍᏚᎢᏒ ᎤᏂᏁᎸᏁ ᏅᎾᎵᏍᎪᎸᏔᏅᎯ , ᎠᏕᎸ-ᏓᎶᏂᏛ , ᎠᎴ ᎤᎦᎾᏍᏛ ᎦᏩᏒᎩ ᎠᏜ , ᎠᎴ ᎻᎳ .
(trg)="b.MAT.2.11.1"> और उस घर में पहुंचकर उस बालक को उस की माता मरियम के साथ देखा , और मुंह के बल गिरकर उसे प्रणाम किया ; और अपना अपना थैला खोलकर उसे सोना , और लोहबान , और गन्धरस की भेंट चढ़ाई ।
(src)="b.MAT.2.12.1"> ᎠᎾᏍᎩᏓᏍᎬᏃ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᏚᏁᏤᎸ ᎡᎶᏛᏱ ᏭᏂᎶᎯᏍᏗᏱ ᏂᎨᏒᎾ , ᎤᎾᏂᎩᏒ ᎤᏣᏘᏂᏉ ᎢᏗᏢ ᏭᏂᎶᏎ ᎢᎤᏁᏅ ᎤᎾᏤᎵᎪᎯ .
(trg)="b.MAT.2.12.1"> और स्वप्न में यह चितौनी पाकर कि हेरोदेस के पास फिर न जाना , वे दूसरे मार्ग से होकर अपने देश को चले गए । ।
(src)="b.MAT.2.13.1"> ᎤᎾᏂᎩᏒᏃ ᎬᏂᏳᏉ ᏗᎧᎿᏩᏗᏙᎯ ᎤᏅᏏᏛ ᏱᎰᏩ ᎬᏂᎨᏒ ᏄᏛᏁᎴ ᏦᏩ ᎠᏍᎩᏓᏍᎬᎢ , ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎴᎢ ; ᏔᎴᎲᎦ , ᎠᎴ ᏔᏘᏄᎦ ᎠᏲᎵ ᎠᎴ ᎤᏥ ᎠᎴ ᎭᎵᏘ , ᎢᏥᏈ ᏫᎶᎯ , ᎾᎿᏃ ᏪᎮᏍᏗ ᎬᏂ ᏫᎬᏁᏤᎸᎭ , ᎡᎶᏛᏰᏃ ᎠᏎ ᏛᏲᎵ ᎤᏍᏗ ᎠᏲᎵ ᎤᎯᏍᏗᏱ .
(trg)="b.MAT.2.13.1"> उन के चले जाने के बाद देखो , प्रभु के एक दूत ने स्वप्न में यूसुफ को दिखाई देकर कहा , उठ ; उस बालक को और उस की माता को लेकर मि देश को भाग जा ; और जब तक मैं तुझ से न कहूं , तब तक वही रहना ; क्योंकि हेरोदेस इस बालक को ढूंढ़ने पर है कि उसे मरवा डाले ।
(src)="b.MAT.2.14.1"> ᎿᏉᏃ ᏚᎴᏅ ᎤᏘᏅᏎ ᎠᏲᎵ ᎠᎴ ᏅᏥ ᏒᏃᏱ , ᎠᎴ ᎢᏥᏈᏱ ᏭᎶᏎᎢ .
(trg)="b.MAT.2.14.1"> वह रात ही को उठकर बालक और उस की माता को लेकर मि को चल दिया ।
(src)="b.MAT.2.15.1"> ᎠᎴ ᎾᎿ ᏪᎮ ᎬᏂ ᎡᎶᏛ ᎤᏲᎱᏒ ; ᎤᏙᎯᏳᏁ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎤᏁᏨᎢ , ᎠᏙᎴᎰᏍᎩ ᏧᏮᏔᏁᎢ , ᎯᎠ ᏥᏄᏪᏎᎢ ; ᎢᏥᏈᏱ ᏫᏥᏯᏅᎲ ᎠᏇᏥ .
(trg)="b.MAT.2.15.1"> और हेरोदेस के मरने तक वहीं रहा ; इसलिये कि वह वचन जो प्रभु ने भविष्यद्वक्ता के द्वारा कहा था कि मैं ने अपने पुत्रा को मि से बुलाया पूरा हो ।
(src)="b.MAT.2.16.1"> ᎿᏉᏃ ᎡᎶᏛ ᎤᏙᎴᎰᏒ ᎠᏂᎦᏔᎿᎢ ᎬᏩᎵᏓᏍᏔᏅᎢ , ᎤᏣᏔᏅᎯ ᎤᏔᎳᏬᏎᎢ , ᎠᎴ ᎤᏓᏅᏎ ᏫᏚᏂᎰᏁ ᏂᎦᏛ ᏗᏂᏲᎵ ᎦᏚᏱ ᎠᏁᎯ , ᎠᎴ ᏂᎦᏛ ᏂᎬᎾᏛ ᎾᎿᏂ , ᏔᎵ ᎢᏳᎾᏕᏘᏴᏛ ᏩᏍᏘ , ᎾᎯᏳ ᏅᏓᏳᏓᎴᏅᏛ ᏥᏓᎵᏏᎾᎯᏍᏓᏁᎮ ᏥᏓᏛᏛᎮᎸᎥᏍᎨ ᎠᏂᎦᏔᎿᎢ .
(trg)="b.MAT.2.16.1"> जब हेरोदेस ने यह देखा , कि ज्योतिषियों ने मेरे साथ ठट्ठा किया है , तब वह क्रोध से भर गया ; और लोगों को भेजकर ज्योतिषियों से ठीक ठीक पूछे हुए समय के अनुसार बैतलहम और उसके आस पास के सब लड़कों को जो दो वर्ष के , वा उस से छोटे थे , मरवा डाला ।
(src)="b.MAT.2.17.1"> ᎿᏉᏃ ᎤᏙᎯᏳᏁ ᏤᎵᎹᏯ ᎠᏙᎴᎰᏍᎩ ᎤᏁᏨᎯ , ᎠᎴ ᏥᏄᏪᏎᎢ ;
(trg)="b.MAT.2.17.1"> तब जो वचन यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता के द्वारा कहा गया था , वह पूरा हुआ ,
(src)="b.MAT.2.18.1"> ᎴᎹᏱ ᎧᏁᎬ ᎤᎾᏛᎦᏅᎩ , ᏓᏂᏴᎬᎢ , ᎠᎴ ᏓᎾᏠᏱᎲᎢ , ᎠᎴ ᎤᏣᏘ ᎤᏁᎷᎬᎢ ; ᎴᏥᎵ ᏓᏍᎪᏂᎲ ᏧᏪᏥ , ᎠᎴ ᏄᏚᎵᏍᎬᎾ ᎨᏒ ᎤᏄᏬᎯᏍᏗᏱ , ᏅᏗᎦᎵᏍᏙᏗᏍᎬ ᎾᏁᎲᎾᏉ ᎨᏒᎢ .
(trg)="b.MAT.2.18.1"> कि रामाह में एक करूण- नाद सुनाई दिया , रोना और बड़ा विलाप , राहेल अपने बालकों के लिये रो रही थी , और शान्त होना न चाहती थी , क्योंकि वे हैं नहीं । ।
(src)="b.MAT.2.19.1"> ᎿᏉᏃ ᎡᎶᏛ ᎤᏲᎱᏒ , ᎬᏂᏳᏉ ᏗᎧᎿᏩᏗᏙᎯ ᏱᎰᏩ ᎤᏤᎵᎦ ᎬᏂᎨᏒ ᏄᏛᏁᎴ ᏦᏩ ᎠᏍᎩᏓᏍᎬ ᎢᏥᏈᏱ ,
(trg)="b.MAT.2.19.1"> हेरोदेस के मरने के बाद देखो , प्रभु के दूत ने मि में यूसुफ को स्वप्न में दिखाई देकर कहा ।
(src)="b.MAT.2.20.1"> ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎴᎢ ; ᏔᎴᎲᎦ ᎠᎴ ᎭᏘᏄᎦ ᎠᏲᎵ ᎠᎴ ᎤᏥ , ᎠᎴ ᎮᎾ ᎢᏏᎵᏱ , ᎿᏉᏰᏃ ᏚᏂᏲᎱᏒ ᎠᏲᎵ ᎬᏅ ᏧᏂᏲᎲᎩ .
(trg)="b.MAT.2.20.1"> कि उठ , बालक और उस की माता को लेकर इस्राएल के देश में चला जा ; क्योंकि जो बालक के प्राण लेना चाहते थे , वे मर गए ।
(src)="b.MAT.2.21.1"> ᏚᎴᏅᏃ ᎤᏘᏅᏎ ᎠᏲᎵ ᎠᎴ ᎤᏥ , ᎠᎴ ᎢᏏᎵᏱ ᏭᎷᏤᎢ .
(trg)="b.MAT.2.21.1"> वह उठा , और बालक और उस की माता को साथ लेकर इस्राएल के देश में आया ।
(src)="b.MAT.2.22.1"> ᎠᏎᏃ ᎤᏛᎦᏅ ᎠᏥᎳ ᎤᎬᏫᏳᎯ ᎨᏒ ᏧᏗᏱ ᎤᏙᏓ ᎡᎶᏛ ᎤᏓᏁᏟᏴᏍᏓᏁᎸᎢ , ᎤᏍᎦᎴ ᎾᎿ ᏭᎶᎯᏍᏗᏱ ; ᎠᏎᏃ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎤᏪᏯᏔᏅᎯ ᎨᏒ ᎠᏍᎩᏓᏍᎬᎢ , ᎨᎵᎵ ᏭᎪᎸᏍᏔᏁᎢ ;
(trg)="b.MAT.2.22.1"> परन्तु यह सुनकर कि अरखिलाउस अपने पिता हेरोदेस की जगह यहूदिया पर राज्य कर रहा है , वहां जाने से डरा ; और स्वप्न में चितौनी पाकर गलील देश में चला गया ।
(src)="b.MAT.2.23.1"> ᎦᏚᎲᏃ ᎾᏎᎵᏗ ᏧᏙᎢᏛ ᏭᎷᏨ ᎾᎿ ᎡᎮᎢ . ᎾᏍᎩᏃ ᎤᏙᎯᏳᏁ ᎠᎾᏙᎴᎰᏍᎩ ᏧᏂᏁᏤᎢ , ᎾᏎᎵᏗ ᎡᎯ ᎠᎪᏎᎮᏍᏗ , ᏧᎾᏛᏁᎢ .
(trg)="b.MAT.2.23.1"> और नासरत नाम नगर में जा बसा ; ताकि वह वचन पूरा हो , जो भविष्यद्वक्ताओं के द्वारा कहा गया था , कि वह नासरी कहलाएगा । ।
(src)="b.MAT.3.1.1"> ᎾᎯᏳ ᎤᎷᏤ ᏣᏂ ᏗᏓᏬᏍᎩ ᎠᎵᏥᏙᎲᏍᎨ ᎢᎾᎨ ᏧᏗᏱ ,
(trg)="b.MAT.3.1.1"> उन दिनों में यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाला आकर यहूदिया के जंगल में यह प्रचार करने लगा । कि
(src)="b.MAT.3.2.1"> ᎯᎠ ᏂᎦᏪᏍᎨᎢ ; ᏗᏥᏁᏟᏴᎾ ᏕᏣᏓᏅᏛᎢ , ᎿᏉᏰᏃ ᎦᎸᎳᏗ ᎡᎯ ᎤᎬᏫᏳᎯ ᎨᏒ ᎡᏍᎦᏂᏳ ᏓᏯᎢ .
(trg)="b.MAT.3.2.1"> मन फिराओ ; क्योंकि स्वर्ग का राज्य निकट आ गया है ।
(src)="b.MAT.3.3.1"> ᎾᏍᎩ ᎯᎠ Ꮎ ᏥᎧᏁᎢᏍᏗᏍᎨ ᎠᏙᎴᎰᏍᎩ ᎢᏌᏯ , ᎯᎠ ᏥᏂᎦᏪᏍᎨᎢ ; ᎤᏪᎷᎦ ᎩᎶ ᎢᎾᎨᎢ , ᎯᎠ ᏂᎦᏪᎭ ; ᎣᏍᏛ ᏂᏨᎦ ᏱᎰᏩ ᎤᎶᎯᏍᏗᏱ , ᏚᏅᏅ ᏗᏥᏥᏃᎯᏍᏓ .
(trg)="b.MAT.3.3.1"> यह वही है जिस की चर्चा यशायाह भविष्यद्वक्ता के द्वारा की गई कि जंगल में एक पुकारनेवाले का शब्द हो रहा है , कि प्रभु का मार्ग तैयार करो , उस की सड़कें सीधी करो ।
(src)="b.MAT.3.4.1"> ᎾᏍᎩᏃ ᎯᎠ ᏣᏂ ᎤᏄᏪ ᎨᎻᎵ ᎤᏍᏘᏰᏅᎯ , ᎦᏃᏥᏃ ᎤᏓᏠᏍᏕᎢ , ᎤᎵᏍᏓᏴᏗᏃ ᎥᎴ ᎨᏎ ᎢᎾᎨᏃ ᎡᎯ ᏩᏚᎵᏏ .
(trg)="b.MAT.3.4.1"> यह यूहन्ना ऊंट के रोम का वस्त्रा पहिने था , और अपनी कमर में चमड़े का पटुका बान्धे हुए था , और उसका भोजन टिडि्डयां और बनमधु था ।
(src)="b.MAT.3.5.1"> ᎾᏉᏃ ᏫᎬᏩᎷᏤᎴ ᏥᎷᏏᎵᎻ ᎠᎴ ᏂᎦᏛ ᏧᏗᏱ , ᎠᎴ ᏂᎦᏛ ᎾᏅᎾᏛ ᏦᏓᏂ ,
(trg)="b.MAT.3.5.1"> तब यरूशलेम के और सारे यहूदिया के , और यरदन के आस पास के सारे देश के लोग उसके पास निकल आए ।
(src)="b.MAT.3.6.1"> ᏦᏓᏂᏃ ᏕᎤᏬᎡᎢ , ᎠᏂᏃᎲᏍᎨ ᎤᏂᏍᎦᏅᏨᎢ .
(trg)="b.MAT.3.6.1"> और अपने अपने पापों को मानकर यरदन नदी में उस से बपतिस्मा लिया ।
(src)="b.MAT.3.7.1"> ᎠᏎᏃ ᏚᎪᎲ ᎤᏂᏣᏘ ᎠᏂᏆᎵᏏ ᎠᎴ ᎠᏂᏌᏚᏏ ᎠᏂᎷᎬ ᏓᏓᏬᏍᎬᎢ , ᎯᎠ ᏂᏚᏪᎭᎴᎢ ; Ꮵ ! ᎢᎾᏛ ᏧᏁᏥ ᏂᎯ ! ᎦᎪ ᎢᏤᏯᏔᏅ ᎡᏣᎵᎡᏗᏱ ᎤᏔᎳᏬᎯᏍᏗ ᏨᏣᎢ ?
(trg)="b.MAT.3.7.1"> जब उस ने बहुतेरे फरीसियों और सदूकियों को बपतिस्मा के लिये अपने पास आते देखा , तो उन से कहा , कि हे सांप के बच्चों तुम्हें किस ने जता दिया , कि आनेवाले क्रोध से भागो ?
(src)="b.MAT.3.8.1"> ᎢᏥᎾᏄᎪᏩᏲᎪ ᎠᏙᎴᎰᎯᏍᏙᏗ ᏕᏥᏁᏟᏴᏒ ᏕᏣᏓᏅᏛᎢ ;
(trg)="b.MAT.3.8.1"> सो मन फिराव के योग्य फल लाओ ।
(src)="b.MAT.3.9.1"> ᎠᎴ ᏝᏍᏗ ᎯᎠ ᏅᏓᏲᏥᏪᏏ ᎢᏤᎵᏒᎩ ᏙᏗᏣᏓᏅᏛᎢ ; ᎡᏆᎭᎻ ᎣᎩᏙᏓ ; ᎢᏨᏲᏎᏰᏃ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᏰᎵᏉ ᎯᎠ ᏅᏯ ᏱᏕᎬᏓ ᏱᏕᎪᏢᎾ ᎡᏆᎭᎻ ᏧᏪᏥ .
(trg)="b.MAT.3.9.1"> और अपने अपने मन में यह न सोचो , कि हमारा पिता इब्राहीम है ; क्योंकि मैं तुम से कहता हूं , कि परमेश्वर इन पत्थरों से इब्राहीम के लिये सन्तान उत्पन्न कर सकता है ।
(src)="b.MAT.3.10.1"> ᎠᎴ ᎾᏍᏉ ᎦᏳᎳ ᎦᎷᏯᏍᏗ ᎠᎭ ᏚᎿᏍᏕᏢ ᏕᏡᎬᎢ ; ᎾᏍᎩᏃ ᏂᎦᏛ ᏕᏡᎬ ᎠᏃᏍᏛ ᎾᎾᏓᏛᏍᎬᎾ ᏗᎦᎴᏴᏍᏙᏗ ᎠᎴ ᎠᏥᎸᏱ ᏫᏓᏗᏅᏗ ᎨᏎᏍᏗ .
(trg)="b.MAT.3.10.1"> और अब कुल्हाड़ा पेड़ों की जड़ पर रखा हुआ है , इसलिये जो जो पेड़ अच्छा फल नहीं लाता , वह काटा और आग में झोंका जाता है ।
(src)="b.MAT.3.11.1"> ᎠᏴ ᎤᏙᎯᏳᎯ ᎠᎹ ᏕᏨᏯᏬᏍᏗᎭ ᏗᏥᏁᏟᏴᏍᏗᏱ ᏕᏣᏓᏅᏛ ᎤᎬᏩᎵ ; ᎠᏎᏃ ᎾᏍᎩ Ꮎ ᎣᏂ ᏨᏓᏯᎢ ᎤᏟᎯᏳ ᎤᎵᏂᎩᏗᏳ ᎡᏍᎦᏉ ᎠᏴ , ᏧᎳᏑᎶ ᎥᏝ ᏰᎵ ᏱᏂᎪᎢ ᏗᎩᏂᏓᏍᏗᏱ ; ᎾᏍᎩᏍᎩᏂ ᎦᎸᏉᏗᏳ ᎠᏓᏅᏙ ᎠᎴ ᎠᏥᎸ ᏙᏓᏣᏬᏍᏔᏂ .
(trg)="b.MAT.3.11.1"> मैं तो पानी से तुम्हें मन फिराव का बपतिस्मा देता हूं , परन्तु जो मेरे बाद आनेवाला है , वह मुझ से शक्तिशाली है ; मैं उस की जूती उठाने के योग्य नहीं , वह तुम्हें पवित्रा आत्मा और आग से बपतिस्मा देगा ।
(src)="b.MAT.3.12.1"> ᎾᏍᎩ ᎦᎳᏐᏫᏍᏗ ᎤᏤᎵᎦ ᎠᏰᎭ , ᎠᎴ ᏂᎦᏛ ᏓᎦᎳᏐᏫᏏ , ᎤᏤᎵᏃ ᎤᎦᏔᏔᏅᎯ ᏓᎦᏟᏌᏂ ᏛᏂ ᎠᏓᎾᏅᏗᏱ ᎤᏘᏴᎯᏍᎩᏂ ᏛᎪᎲᏍᏔᏂ ᏂᎬᏠᏍᎬᎾ ᎠᏥᎸᏱ .
(trg)="b.MAT.3.12.1"> उसका सूप उस के हाथ में है , और वह अपना खलिहान अच्छी रीति से साफ करेगा , और अपने गेहूं को तो खत्ते में इकट्ठा करेगा , परन्तु भूसी को उस आग में जलाएगा जो बुझने की नहीं । ।
(src)="b.MAT.3.13.1"> ᎿᏉᏃ ᏥᏌ ᎨᎵᎵ ᏧᎶᏎᎢ , ᏦᏓᏂ ᎤᎷᏤ ᏣᏂ ᎡᏙᎲᎢ ᎠᎦᏬᏍᏗᏱ ᎤᏰᎸᏎᎢ .
(trg)="b.MAT.3.13.1"> उस समय यीशु मसीह गलील से यरदन के किनारे पर यूहन्ना के पास उस से बपतिस्मा लेने आया ।
(src)="b.MAT.3.14.1"> ᎠᏎᏃ ᏣᏂ ᏚᏢᏫᏎᎴᏉ , ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎢ ; ᎠᏴᏍᎩᏂ ᏱᏍᏆᏬᎥ ; ᏥᎪᏃ ᎢᏍᎩᎷᏤᎭ ?
(trg)="b.MAT.3.14.1"> परन्तु यूहन्ना यह कहकर उसे रोकने लगा , कि मुझे तेरे हाथ से बपतिस्मा लेने की आवश्यक्ता है , और तू मेरे पास आया है ?
(src)="b.MAT.3.15.1"> ᏥᏌᏃ ᏧᏁᏨ ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎴᎢ ; ᎤᏁᎳᎩ ᎮᎳ ᎪᎯ ᎨᏒᎢ , ᎣᏏᏳᏰᏃ ᎾᏍᎩ ᎢᎩᎾᏛᏁᏗᏱ ᎩᏂᏍᏆᏗᏍᏗᏱ ᏂᎦᎥ ᏚᏳᎪᏛ ᎨᏒᎢ . ᎩᎳ ᎤᏁᎳᎩ ᎤᏪᎵᏎᎴᎢ .
(trg)="b.MAT.3.15.1"> यीशु ने उस को यह उत्तर दिया , कि अब तो ऐसा ही होने दे , क्योंकि हमें इसी रीति से सब धार्मिकता को पूरा करना उचित है , तब उस ने उस की बात मान ली ।
(src)="b.MAT.3.16.1"> ᏥᏌᏃ ᎠᎦᏬᎥ , ᎩᎳᏉ ᎢᏴᏛ ᎤᎿᎷᏎᎢ , ᎠᎹᏱ ᎤᏓᏅᏎᎢ , ᎠᎴ ᎬᏂᏳᏉ ᎦᎸᎳᏗ ᏣᏥᏍᏚᎩᎡᎴᎢ , ᎠᎴ ᏭᎪᎮ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎤᏓᏅᏙ ᎡᎳᏗ ᏅᏧᏛᎿᏗᏎ ᎫᎴ-ᏗᏍᎪᏂᎯ ᏗᏤᎵᏛ ; ᎠᎴ ᎤᏪᏯᎸᏤᎢ .
(trg)="b.MAT.3.16.1"> और यीशु बपतिस्मा लेकर तुरन्त पानी में से ऊपर आया , और देखो , उसके लिये आकाश खुल गया ; और उस ने परमेश्वर के आत्मा को कबूतर की नाई उतरते और अपने ऊपर आते देखा ।
(src)="b.MAT.3.17.1"> ᎠᎴ ᎬᏂᏳᏉ ᎯᎠ ᏅᏧᏪᏎ ᎦᎸᎳᏗ ; ᎯᎠ ᏥᎨᏳᎢ ᎠᏇᏥ , ᎾᏍᎩ ᎣᏏᏳ ᏥᏥᏰᎸᎠ .
(trg)="b.MAT.3.17.1"> और देखो , यह आकाशवाणी हुई , कि यह मेरा प्रिय पुत्रा है , जिस से मैं अत्यन्त प्रसन्न हूं । ।
(src)="b.MAT.4.1.1"> ᎿᏉᏃ ᎠᏓᏅᏙ ᎢᎾᎨ ᏭᏘᏅᏍᏔᏁ ᏥᏌ , ᎠᏍᎩᎾ ᎤᎪᎵᏰᏗᏱ ᎠᏰᎸᏎᎢ .
(trg)="b.MAT.4.1.1"> तब उस समय आत्मा यीशु को जंगल में ले गया ताकि इब्लीस से उस की परीक्षा हो ।
(src)="b.MAT.4.2.1"> ᏅᎦᏍᎪᎯᏃ ᏧᏙᏓᏆᏛ ᎠᎴ ᏅᎦᏍᎪᎯ ᏧᏒᎯᏛ ᎠᎹᏟ ᎤᏩᏅ ᎩᎳ ᎤᏲᏏᏌᏁᎢ
(trg)="b.MAT.4.2.1"> वह चालीस दिन , और चालीस रात , निराहार रहा , अन्त में उसे भूख लगी ।
(src)="b.MAT.4.3.1"> ᎿᏉᏃ ᎤᎪᎵᏰᏍᎩ ᎤᎷᏤᎸ ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎢ ; ᎢᏳᏃ ᏂᎯ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎤᏪᏥ ᎨᏎᏍᏗ , ᎯᎠ ᏅᏯ ᎦᏚ ᎤᎾᏙᏢᏗᏱ ᎯᏁᎩ .
(trg)="b.MAT.4.3.1"> तब परखनेवाले ने पास आकर उस से कहा , यदि तू परमेश्वर का पुत्रा है , तो कह दे , कि ये पत्थर रोटियां बन जाएं ।
(src)="b.MAT.4.4.1"> ᎠᏎᏃ ᎤᏁᏨ , ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎢ ; ᎯᎠ ᏂᎬᏅ ᎪᏪᎳ , ᏴᏫ ᎥᏝ ᎦᏚᏉ ᎤᏩᏒ ᏱᎬᎿᏗᏍᏗ , ᏂᎦᎥᏍᎩᏂ ᎧᏃᎮᏛ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎠᎰᎵ ᏅᏓᏳᎾᏄᎪᏨᎯ .
(trg)="b.MAT.4.4.1"> उस ने उत्तर दिया ; कि लिखा है कि मनुष्य केवल रोटी ही से नहीं , परन्तु हर एक वचन से जो परमेश्वर के मुख से निकलता है जीवित रहेगा ।
(src)="b.MAT.4.5.1"> ᎿᏉᏃ ᎠᏍᎩᎾ ᎦᎸᏉᏗᏳ ᏗᎦᏚᎲ ᏭᏘᏅᏍᏔᏁᎢ , ᎠᎴ ᏭᎩᎸᏔᏁ ᎤᏍᎪᎵ ᎤᏛᏅ-ᏗᎦᎳᏫᎢᏍᏗᏱ ;
(trg)="b.MAT.4.5.1"> तब इब्लीस उसे पवित्रा नगर में ले गया और मन्दिर के कंगूरे पर खड़ा किया ।
(src)="b.MAT.4.6.1"> ᎯᎠᏃ ᏄᏪᏎᎴᎢ ; ᎢᏳᏃ ᏂᎯ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎤᏪᏥ ᎨᏎᏍᏗ , ᎭᏓᎶᎥᏓ ᏨᏒ ; ᎯᎠᏰᏃ ᏂᎬᏅ ᎢᎪᏪᎳ ; ᎠᏎ ᏙᏓᎧᏁᏤᎵ ᎫᏤᎵ ᏗᏂᎧᎿᏩᏗᏙᎯ ᏂᏌ ᎨᏒ ᎤᎬᏩᎵ , ᎠᎴ ᏧᏃᏰᏂ ᎨᏣᏌᎳᏙᏕᏍᏗ ᎾᏍᎩ ᎢᎸᎯᏳ ᏅᏲᎯ ᏣᎾᏍᏆᎶᏍᏙᏗᏱ ᏂᎨᏒᎾ .
(trg)="b.MAT.4.6.1"> और उस से कहा यदि तू परमेश्वर का पुत्रा है , तो अपने आप को नीचे गिरा दे ; क्योंकि लिखा है , कि वह तेरे विषय में अपने स्वर्गदूतों को आज्ञा देगा ; और वे तुझे हाथों हाथ उठा लेंगे ; कहीं ऐसा न हो कि तेरे पांवों में पत्थर से ठेस लगे ।
(src)="b.MAT.4.7.1"> ᏥᏌ ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎴᎢ ; ᎯᎠ ᎾᏍᏉ ᏂᎬᏅ ᎢᎪᏪᎳ ; ᏞᏍᏗ ᎯᎪᎵᏰᎥᎩ ᏱᎰᏩ ᏣᏁᎳᏅᎯ .
(trg)="b.MAT.4.7.1"> यीशु ने उस से कहा ; यह भी लिखा है , कि तू प्रभु अपने परमेश्वर की परीक्षा न कर ।
(src)="b.MAT.4.8.1"> ᎿᏆᎴ ᎠᏍᎩᎾ ᎤᏣᏘ ᎢᏅ-ᎢᎦᏘ ᎣᏓᎸ ᏫᎤᏘᏅᏍᏔᏁᎢ , ᎠᎴ ᏚᏎᎮᎴ ᏂᎦᎥ ᎠᏰᎵ ᏕᎪᏢᏩᏗᏒ ᎡᎳᏂᎬᎢ , ᎠᎴ ᎾᏍᎩ ᏂᏚᏬᏚᏒᎢ ;
(trg)="b.MAT.4.8.1"> फिर शैतान उसे एक बहुत ऊंचे पहाड़ पर ले गया और सारे जगत के राज्य और उसका विभव दिखाकर
(src)="b.MAT.4.9.1"> ᎠᎴ ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎴᎢ ; ᎯᎠ ᏂᎦᏛ ᏱᏕᎬᏲᎯᏏ , ᎢᏳᏃ ᏱᏣᏓᏅᏅ , ᎠᎴ ᏱᏍᏆᏓᏙᎵᏍᏓᏁᎸ .
(trg)="b.MAT.4.9.1"> उस से कहा , कि यदि तू गिरकर मुझे प्रणाम करे , तो मैं यह सब कुछ तुझे दे दूंगा ।
(src)="b.MAT.4.10.1"> ᎿᏉᏃ ᏥᏌ ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎴᎢ ; ᎤᏟ ᏫᎶᎯ , ᏎᏓᏂ , ᎯᎠᏰᏃ ᏂᎬᏅ ᎢᎪᏪᎳ ; ᎠᏎ ᎯᏯᏓᏙᎵᏍᏓᏁᎮᏍᏗ ᏱᎰᏩ ᏣᏁᎳᏅᎯ , ᎠᎴ ᎾᏍᎩᏉ ᎤᏩᏒᎯᏳ ᏕᎯᏯᏁᎶᏕᏍᏗ .
(trg)="b.MAT.4.10.1"> तब यीशु ने उस से कहा ; हे शैतान दूर हो जा , क्योंकि लिखा है , कि तू प्रभु अपने परमेश्वर को प्रणाम कर , और केवल उसी की उपासना कर ।
(src)="b.MAT.4.11.1"> ᎩᎳᏃ ᎠᏍᎩᎾ ᎤᏓᏅᎡᎴᎢ , ᎬᏂᏳᏉᏃ ᏗᏂᎧᎿᏩᏗᏙᎯ ᎤᏂᎷᏤᎢ , ᎠᎴ ᎬᏩᏍᏕᎸᎯᏙᎴᎢ .
(trg)="b.MAT.4.11.1"> तब शैतान उसके पास से चला गया , और देखो , स्वर्गदूत आकर उस की सेवा करने लगे । ।
(src)="b.MAT.4.12.1"> ᏥᏌᏃ ᎤᏛᎦᏅ ᏣᏂ ᎠᏥᏍᏚᎲᎢ , ᎨᎵᎵ ᏭᎶᏎᎢ .
(trg)="b.MAT.4.12.1"> जब उस ने यह सुना कि यूहन्ना पकड़वा दिया गया , तो वह गलील को चला गया ।
(src)="b.MAT.4.13.1"> ᎾᏎᎵᏗᏃ ᎤᏓᏅᏒ ᎨᏆᏂ ᎨᎷᏤ ᎾᎿ ᏭᏕᏁᎢ , ᎾᏍᎩ ᎥᏓᎵ ᎠᎹᏳᎶᏗ ᏥᎦᏚᎭ , ᏤᏆᎳᏂ ᎠᎴ ᏁᏩᏔᎵ ᎤᎾᏤᎵᎪᎯ ,
(trg)="b.MAT.4.13.1"> और नासरत को छोड़कर कफरनहूम में जो झील के किनारे जबूलून और नपताली के देश में है जाकर रहने लगा ।
(src)="b.MAT.4.14.1"> ᎤᏙᎯᏳᏗᏱ ᎠᏙᎴᎰᏍᎩ ᎢᏌᏯ ᏧᏁᏤᎢ , ᎯᎠ ᏥᏄᏪᏎᎢ ;
(trg)="b.MAT.4.14.1"> ताकि जो यशायाह भविष्द्वक्ता के द्वारा कहा गया था , वह पूरा हो ।
(src)="b.MAT.4.15.1"> ᏤᏆᎳᏂ ᎤᎾᏤᎵᎪᎯ , ᎠᎴ ᏁᏩᏔᎵ ᎤᎾᏤᎵᎪᎯ , ᎢᏓᎵ ᎢᏗᏢ , ᏦᏓᏂ ᎤᏗᏗᏢ , ᎨᎵᎵ ᏧᎾᏓᎴᏅᏛ ᏴᏫ ᏓᏂᏁᎸᎢ ,
(trg)="b.MAT.4.15.1"> कि जबूलून और नपताली के देश , झील के मार्ग से यरदन के पास अन्यजातियों का गलील ।
(src)="b.MAT.4.16.1"> ᏴᏫ ᎤᎵᏏᎬ ᏣᏂᏅᎩ ᎤᏣᏘ ᎢᎦᎦᏘ ᎤᏂᎪᎲ , ᎾᏃ ᎠᏲᎱᎯᏍᏗᏱ ᎨᏒ ᎤᏤᎵᎪᎯ ᎠᎴ ᎤᏓᏩᏗᏍᎬ ᏣᏂᏅᎩ , ᎢᎦᎦᏘ ᎤᏂᎾᏄᎪᏤᎸ .
(trg)="b.MAT.4.16.1"> जो लोग अन्धकार में बैठे थे उन्हों ने बड़ी ज्योंति देखी ; और जो मृत्यु के देश और छाया में बैठे थे , उन पर ज्योति चमकी । ।
(src)="b.MAT.4.17.1"> ᎾᎯᏳ ᏥᏌ ᎤᎴᏅᎮ ᎠᎵᏥᏙᎲᏍᎨᎢ , ᎯᎠ ᏂᎦᏪᏍᎨᎢ ; ᏗᏥᏁᏟᏴᎾ ᏕᏣᏓᏅᏛᎢ , ᎿᏉᏰᏃ ᎦᎸᎳᏗ ᎡᎯ ᎤᎬᏫᏳᎯ ᎨᏒ ᎡᏍᎦᏂᏳ ᏓᏯᎢ .
(trg)="b.MAT.4.17.1"> उस समय से यीशु प्रचार करना और यह कहना आरम्भ किया , कि मन फिराओ क्योंकि स्वर्ग का राज्य निकट आया है ।
(src)="b.MAT.4.18.1"> ᏥᏌᏃ ᎠᎢᏒ ᎨᎵᎵ ᎥᏓᎷᎶᏗ ᏚᎪᎮ ᎠᏂᏔᎵ ᎠᎾᎵᏅᏟ , ᏌᏩᏂ ᏈᏓ ᏣᏃᏎᎰᎢ ᎤᏅᏟᏃ ᎡᏂᏗ , ᎥᏓᎵ ᎠᏂᎦᏯᎷᎥᏍᎨᎢ-ᎠᏂᎦᏯᎷᎥᏍᎩᏰᏃ ᎨᏎᎢ .
(trg)="b.MAT.4.18.1"> उस ने गलील की झील के किनारे फिरते हुए दो भाइयों अर्थात् शमौन को जो पतरस कहलाता है , और उसके भाई अन्द्रियास को झील में जाल डालते देखा ; क्योंकि वे मछवे थे ।
(src)="b.MAT.4.19.1"> ᎯᎠᏃ ᏂᏚᏪᏎᎴᎢ ; ᏍᎩᏂᏍᏓᏩᏚᎦ , ᏴᏫᏃ ᎢᏍᏗᎦᏯᎷᎥᏍᎩ ᏅᏓᏍᏛᏴᏁᎵ .
(trg)="b.MAT.4.19.1"> और उन से कहा , मेरे पीछे चले आओ , तो मैं तुम को मनुष्यों के पकड़नेवाले बनाऊंगा ।
(src)="b.MAT.4.20.1"> ᎩᎳᏉᏃ ᎢᏴᏛ ᏚᏂᏲᏎ ᏗᎦᏯᎷᏗ ᎠᎴ ᎬᏩᏍᏓᏩᏛᏎᎢ .
(trg)="b.MAT.4.20.1"> वे तुरन्त जालों को छोड़कर उसके पीछे हो लिए ।
(src)="b.MAT.4.21.1"> ᎾᎿᏃ ᏫᎤᏪᏅ , ᎠᏂᏔᎵ ᏅᏩᎾᏓᎴ ᎠᎾᎵᏅᏟ ᏚᎪᎮᎢ , ᏥᎻ ᏤᏈᏗ ᎤᏪᏥ ᎤᏅᏟᏃ ᏣᏂ , ᏤᏈᏗ ᎤᏂᏙᏓ ᏥᏳᎯ ᎤᎾᏣᎡᎢ , ᏓᏃᏢᎯᏏᏍᎨ ᏧᏂᎦᏯᎷᏗ ; ᏫᏚᏯᏅᎮᏃ .
(trg)="b.MAT.4.21.1"> और वहां से आगे बढ़कर , उस ने और दो भाइयों अर्थात् जब्दी के पुत्रा याकूब और उसके भाई यूहन्ना को अपने पिता जब्दी के साथ नाव पर अपने जालों को सुधारते देखा ; और उन्हें भी बुलाया
(src)="b.MAT.4.22.1"> ᎩᎳᏉᏃ ᎢᏴᏛ ᏚᏂᏲᏎ ᏥᏳ ᎠᎴ ᎤᏂᏙᏓ , ᎠᎴ ᎬᏩᏍᏓᏩᏛᏎᎢ .
(trg)="b.MAT.4.22.1"> वे तुरन्त नाव और अपने पिता को छोड़कर उसके पीछे हो लिए । ।
(src)="b.MAT.4.23.1"> ᏥᏌᏃ ᏂᎬᎾᏛ ᎨᎵᎵ ᎡᏙᎮᎢ ᏓᏕᏲᎲᏍᎨ ᏧᏂᎳᏫᎢᏍᏗᏱ , ᎠᎴ ᎠᎵᏥᏙᎲᏍᎨ ᎣᏍᏛ ᎧᏃᎮᏛ , ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎤᎬᏫᏳᎯ ᎨᏒ ᎧᏃᎮᏍᎨᎢ , ᎠᎴ ᏕᎧᏅᏫᏍᎨ ᏧᎵᎴᏅᏛ ᏚᏂᏢᎬᎢ , ᎠᎴ ᏧᏓᎴᏅᏛ ᎥᏳᎩ ᏴᏫ ᎤᏁᎲᎢ .
(trg)="b.MAT.4.23.1"> और यीशु सारे गलील में फिरता हुआ उन की सभाओं में उपदेश करता और राज्य का सुसमाचार प्रचार करता , और लोगों की हर प्रकार की बीमारी और दुर्बलता को दूर करता रहा ।
(src)="b.MAT.4.24.1"> ᏕᎦᏃᏣᎸᏃ ᏂᎬᎾᏛ ᏏᎵᏱ ᎤᏰᎵᏎᎢ ; ᏕᎬᏩᏘᏃᎮᎴᏃ ᏂᎦᏛ ᏧᏂᏢᎩ , ᏧᏓᎴᏅᏛ ᎥᏳᎩ ᎠᎴ ᎡᎯᏍᏗ ᎤᏂᏱᎵᏙᎯ , ᎠᎴ ᎾᏍᏉ ᎠᏂᏍᎩᎾ ᏗᎬᏩᏂᏯᎢ , ᎠᎴ ᎾᏍᏉ ᏧᏂᎸᏃᏘᏍᎩ , ᎠᎴ ᎾᏍᏉ ᏧᏂᎾᏫᏍᎩ ; ᏚᏅᏩᏁᏃ .
(trg)="b.MAT.4.24.1"> और सारे सूरिया में उसका यश फैल गया ; और लोग सब बीमारों को , जो नाना प्रकार की बीमारियों और दुखों में जकड़े हुए थे , और जिन में दुष्टात्माएं थीं और मिर्गीवालों और झोले के मारे हुओं को उसके पास लाए और उस ने उन्हें चंगा किया ।
(src)="b.MAT.4.25.1"> ᎤᏂᏣᏘᏃ ᏴᏫ ᎬᏩᏍᏓᏩᏛᏎᎢ ᏅᏓᏳᏂᎶᏒᎯ ᎨᎵᎵ , ᎠᏍᎪᎯᏃ-ᎦᏚᎩᏱ , ᎠᎴ ᏥᎷᏏᎵᎻ , ᎠᎴ ᏧᏗᏱ , ᎠᎴ ᏦᏓᏂ ᏍᎪᏂᏗᏢ .
(trg)="b.MAT.4.25.1"> और गलील और दिकापुलिस और यरूशलेम और यहूदिया से और यरदन के पार से भीड़ की भीड़ उसके पीछे हो ली । ।
(src)="b.MAT.5.1.1"> ᎤᏂᏣᏘᏃ ᏫᏚᎪᎲ ᎤᏌᎯᎸ ᎤᎿᎷᏎᎢ , ᎤᏪᏅᏃ ᎬᏩᏍᏓᏩᏗᏙᎯ ᎬᏩᎷᏤᎴᎢ .
(trg)="b.MAT.5.1.1"> वह इस भीड़ को देखकर , पहाड़ पर चढ़ गया ; और जब बैठ गया तो उसके चेले उसके पास आए ।
(src)="b.MAT.5.2.1"> ᎠᎰᎵᏃ ᎤᏍᏚᎢᏒ ᏚᏪᏲᏁ ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎢ ;
(trg)="b.MAT.5.2.1"> और वह अपना मुंह खोलकर उन्हें यह उपदेश देने लगा ,
(src)="b.MAT.5.3.1"> ᎣᏏᏳ ᎢᏳᎾᎵᏍᏓᏁᏗ ᎤᏲ ᎢᏳᎾᏛᎿᏕᎩ ᏚᎾᏓᏅᏛᎢ ; ᎤᎾᏤᎵᏰᏃ ᎦᎸᎳᏗ ᎡᎯ ᎤᎬᏫᏳᎯ ᎨᏒᎢ .
(trg)="b.MAT.5.3.1"> धन्य हैं वे , जो मन के दीन हैं , क्योंकि स्वर्ग का राज्य उन्हीं का है ।
(src)="b.MAT.5.4.1"> ᎣᏏᏳ ᎢᏳᎾᎵᏍᏓᏁᏗ ᎤᏲ ᎤᎾᏓᏅᏔᏩᏕᎩ , ᏛᎨᏥᏄᏬᎯᏍᏔᏂᏰᏃ .
(trg)="b.MAT.5.4.1"> धन्य हैं वे , जो शोक करते हैं , क्योंकि वे शांति पाएंगे ।
(src)="b.MAT.5.5.1"> ᎣᏏᏳ ᎢᏳᎾᎵᏍᏓᏁᏗ ᎤᎾᏓᏅᏘ , ᎦᏙᎯᏰᏃ ᎤᎾᏤᎵ ᎢᏳᎵᏍᏙᏗ .
(trg)="b.MAT.5.5.1"> धन्य हैं वे , जो नम्र हैं , क्योंकि वे पृथ्वी के अधिकारी होंगे ।
(src)="b.MAT.5.6.1"> ᎣᏏᏳ ᎢᏳᎾᎵᏍᏓᏁᏗ ᎤᏂᏲᏏᏍᎩ ᎠᎴ ᎤᏂᏔᏕᎩᏍᎩ ᎤᎾᏓᏅᏘ ᎢᏳᎾᎵᏍᏙᏗᏱ ; ᏛᎨᏥᎧᎵᎵᏰᏃ .
(trg)="b.MAT.5.6.1"> धन्य हैं वे , जो दयावन्त हैं , क्योंकि उन पर दया की जाएगी ।
(src)="b.MAT.5.7.1"> ᎣᏏᏳ ᎢᏳᎾᎵᏍᏓᏁᏗ ᎤᎾᏓᏙᎵᏣᏘ , ᏛᎨᏥᏙᎵᏥᏰᏃ .
(trg)="b.MAT.5.7.1"> धन्य हैं वे , जिन के मन शुद्ध हैं , क्योंकि वे परमेश्वर को देखेंगे ।
(src)="b.MAT.5.8.1"> ᎣᏏᏳ ᎢᏳᎾᎵᏍᏓᏁᏗ ᏧᏓᏅᎦᎸᏛ ᏧᏂᎾᏫ , ᎤᏁᎳᏅᎯᏰᏃ ᎤᏂᎪᏩᏛᏗ ;
(trg)="b.MAT.5.8.1"> धन्य हैं वे , जो मेल करवानेवाले हैं , क्योंकि वे परमेश्वर के पुत्रा कहलाएंगे ।
(src)="b.MAT.5.9.1"> ᎣᏏᏳ ᎢᏳᎾᎵᏍᏓᏁᏗ ᎠᏃᎯᏍᏗᏍᎩ , ᎤᏁᎳᏅᎯᏰᏃ ᏧᏪᏥ ᏛᎨᎪᏎᎵ .
(trg)="b.MAT.5.9.1"> धन्य हैं वे , जो धर्म के कारण सताए जाते हैं , क्योंकि स्वर्ग का राज्य उन्हीं का है ।
(src)="b.MAT.5.10.1"> ᎣᏏᏳ ᎢᏳᎾᎵᏍᏓᏁᏗ ᎤᏲ ᎢᎨᎬᎾᏕᎩ ᏚᏳᎪᏛ ᎨᏒ ᎤᏂᏍᏛᏗᏍᎩ , ᎤᎾᏤᎵᏰᏃ ᎦᎸᎳᏗ ᎡᎯ ᎤᎬᏫᏳᎯ ᎨᏒᎢ .
(trg)="b.MAT.5.10.1"> धन्य हो तुम , जब मनुष्य मेरे कारण झूठ बोल बोलकर तुम्हरो विरोध में सब प्रकार की बुरी बात कहें ।