# hi/ted2020-1044.xml.gz
# ne/ted2020-1044.xml.gz


(src)="1"> मेर श नद र सुझ व दरअसल एक बहुत , बहुत ह छ ट स न श्कर्ष है ज पट ख ल सकत है ऎसे कर ड़ ं बड़ य जन ओं क ज इस समय हम रे अंदर स ई पड़ हैं .
(trg)="1"> मेर ठुल आइड य एउट एकदमै स न आइड य ह जसले ल ख कर ड आइड य हरुक त ल ख ल्न सक्छ जुन अह ले ह म भ त्र सुसुप्त अवस्थ म रह रहेक छ |

(src)="2"> और मेर व छ ट स सुझ व , ज ससे ये सब कुछ संभव ह प एग , है न ंद .
(trg)="2"> मेर स न आइड य जसले त्य त ल ख ल्न मद्दत गर्छ त्य ह -- सुत्नु |

(src)="3"> ( ठह क ) ( त ल य ँ ) इस कमरे में बहुत व्यस्त कैर यर व ल सफल मह ल एँ हैं .
(trg)="3"> ( ह ँस ) ( त ल ) य ट ईप-ए मह ल हरुक क ठ ह |

(src)="4"> कमरे भर कम न ंद क म र मह ल एँ .
(trg)="4"> य सुत्नब ट बन्च त मह ल हरुक क ठ ह |

(src)="5"> मैंने भुगत कर ज न क न ंद क क्य महत्व है .
(trg)="5"> र मैले मेर त त अनुभवहरु ब ट न न्द्र क महत्व क ब रेम ज नेक हु |

(src)="6"> क़र ब ढ ई स ल पहले , मैं म रे थक न के बेह श ह गई .
(trg)="6"> आज भन्द अढ ई वर्ष अघ म थक ईक क रणले ब ह स भएक थ ए |

(src)="7"> मेर सर मेज़ से टकर गय , मेर ढुड्ड क हड्ड टूट गई ,
(trg)="7"> मेर ट उक मेर डेस्क म ठ क य , अन मेर ग ल क हड्ड भ च य ,

(src)="8"> मुझे द ह ने आँख पर प चँ ट ँकें पड़े .
(trg)="8"> मेर द ह ने आँख म प च ओट ट ँक म र य |

(src)="9"> और तब मैंने शुरु क न ंद के मूल्य क फ र से समझने क य त्र .
(trg)="9"> र त्यसपछ मेर य त्र सुरु भय क न न्द्र क महत्व क ब रेम पुनर अनुसन्ध नक ल ग

(src)="10"> इस क श श में , मैंने इस पर अध्ययन क य , च क त्सक ं और श धकर्त ओं से मुल क़ त क , ज सके ब द मैं आपक बत सकत हूँ क एक सफल , उर्ज भर , ज़्य द ख़ुशह ल ज़ न्दग प ने क र स्त है पर्य प्त न ंद लेन .
(trg)="10"> र त्य द र नम , मैले पढे , मैले मेड कल ड क्टरहरु , बैज्ञ न कहरुल ई भेटें , र अह ले म तप ईंहरुल ई य भन्न आएक छु क ज वनल ई बढ उत्प दनश ल बन उन , बढ उत्प्रेर त र सुख बन उने उप य भनेक पर्य प्त सुत्नु ह |

(src)="11"> ( त ल य ँ ) और अब हम मह ल एँ , इस मह ल व द मुद्दे पर आन्द लन क र स्त द ख एँग .
(trg)="11"> ( त ल ) र ह म मह ल हरु नै अगुव ई गर्न गइरहेक छ ं य नय क्र न्त क , य नय न र व द ब षयक |

(src)="12"> यूँ कह ल ज ए क हम स ते स ते श र्ष तक पहुँचेंगे . ( ठह क ) ( त ल य ँ ) क्य ंक दुर्भ ग्य से , पुरुष ं के ल ए कम न ंद लेन पुरुषत्व क न श न बन गई है .
(trg)="12"> ह म स च्च नै टन्न सुत्न गैरहेक छ , स च्च नै . ( ह ँस ) ( त ल ) तर दुर्भ ग्यबस , पुरुषक ल ग अन द हुनु भनेक पुरुष र्थक संकेत जस्त बनेक छ |

(src)="13"> ह ल ह में मैं एक ऎसे शख्स के स थ ड नर पर गई थ ज न्ह ने बड़ ड ंगें ह ँक क प छल र त व बस च र घंटे स ए .
(trg)="13"> मैले अस्त भर्खरम त्र एउट पुरुससँग ड नर ख एक थ एँ जसले मल ई अघ ल्ल र तम जम्म च र घण्ट सुते भनेर फुर्त लग य |

(src)="14"> मुझे लग क मैं उनसे कहूँ -- ह ल क ं मैंने कह नह ं -- पर मेर मन हुआ कहने क क , ' ज नते हैं ? अगर आपने प ँच घंटे स ए ह ते , त ये ड नर कुछ कम उब ऊ ह त . '
(trg)="14"> र मल ई उसल ई यस्त भन्न मन ल गेक थ य -- तर मैले भन्न च ह भन न म यस्त भन्ने पक्षम थ ए , " थ छ तप इंल ई ? यद तप ईं ५ घण्ट सुतेक भए , आजक य ह म्र ड नर अझै बढ रम इल हुने थ य | "

(src)="15"> ( ठह क ) आजकल कम न ंद लेने क ह ड़ चल है .
(trg)="15"> ( ह ँस ) अह ले , यह ँ एक प्रक रक अन द भेट न्छ सधै- ब जेत हुने च हन क |

(src)="16"> ख़ सकर यह ँ , व श ंगटन में , अगर आप क स से ब्रेकफ स्ट पर म लन च हें , और पूछें , ' आठ बजे कैस रहेग ? '
(trg)="16"> व शेषगर यह ँ व स ंगटनम , यद तप इंले ब ह न क ख ज ख नल ई क ह कसैल इ " आठ बजे भेट्द कस ह ल ? " भन्नु भय भने ,

(src)="17"> मुमक न है क व आपसे कहे , ' मेरे ह स ब से आठ बजे मतलब क फ देर ह ज एग , खैर ठ क है , तब तक मैं एक गेम टेन स क और कुछ म ट ंग कर लूँग , फ र आपसे आठ बजे म लत हूँ . '
(trg)="17"> त न हरु ले यस भन्ने सम्भ वन हुन्छ , " आठ बजे त अल नै ढ ल हुन्छ क , तर पन ठ कै छ , म टेन सक एक गेम खेल वर केह कन्फेरेन्स कल सक वर तप ईंल ई आठ बजे भेटुल न | "

(src)="18"> उन्हें लगत है क इस सब क मतलब है क व बहुत ज़्य द व्यस्त और क र्यक्षम हैं , पर सच ये है क ऎस ब लकुल नह ं है , क्य ंक हम ने आज तक ऎसे बहुत से प्रत भ श ल नेत ओं क देख है व्यवस य में , अर्थ-व्यवस्थ में , र जन त में , ज न्ह ने बहुत ख़र ब न र्णय ल ए .
(trg)="18"> र त न हरुल ई यस भन रहद य ल ग्छ क त न हरु स च नै ब्यस्त र उत्प दक छन् , तर सत्य य ह क त न हरु गलत छन् , क नक , ह म सँग अह लेक समयम न कै सक्षम नेत हरु छन् ब्यबस यम , ब त्त य संस्थ म , र जन त म ज एकदमै गलत न र्णयहरु गर रहन्छन |

(src)="19"> त स र्फ आई .क्यु ज़्य द ह ने क मतलब ये नह ं क आप अच्छे नेत भ बन ज ते हैं , क्य ंक नेतृत्व-क्षमत क स र ये है क आप ह मशैल क ट ईटैन क से टकर ने से पहले त ड़ सकें .
(trg)="19"> त्यसैले , आई . क्यु . म अब्बल हुनु भनेक नेतृत्वम पन सबल नै हुन्छ भन्ने केह छैन , क नक नेतृत्वक स र भनेक जह ज डुब्न भन्द पह ले नै यसल ई सम्भ व त दुर्घटन ब ट बच उन सक्ने खुब हुनु ह |

(src)="20"> हमने ऎसे बहुत ह मशैल देखें हैं हम रे ट ईटैन क ं से टकर ते हुए .
(trg)="20"> र ह म सँग त्यस्त दुर्घटन क टन्नै क रकहरु छन् जसले ह म्र जह ज डुब उन सक्छन |

(src)="21"> सच कहूँ त मुझे लगत है क अगर लेमैन ब्रदर्स ( लेमैन भ ई ) लेमैन ब्रदर्स एंड स सटर्स ( लेमैन भ ई एवं बहनें ) ह ते , त श यद व आज भ चल रहे ह ते .
(trg)="21"> ब स्तबमै , मेर यस्त च न्तन छ क यद लेहम्य नक द जुभ ई म त्र नभएर द जुभ ई र द द बह न हुन्थे भने त न हरुक अस्त त्व अझै पन यतै कतै हुन्थ्य |

(src)="22"> ( त ल य ँ ) क्य ंक ज स समय स रे भ ई 24 घंटे , स त ं द न ज़बर्दस्त संपर्क स धन में व्यस्त ह ते , उस समय श यद उनक क स बहन क ह मशैल द ख ज त , क्य ंक व स ड़े स त य आठ घंटे क भरपूर न ंद लेकर पूरे पर दृश्य क समझने में सक्षम ह त .
(trg)="22"> ( त ल ) जब सबै द जुहरु ब्यस्त हुन्थे च ब सै घण्ट दशत र दशथर कुर गरेर स यद बैन ले त्य दुर्घटन क क रक तत्व देखेक हुनसक्थ , क नक उन स ढे स त -- अथव आठ -- घण्ट सुतेर उठेक हुन सक्थ न र त्य दुर्घटन क क रक तत्वल ई देख्न सक्थ न |

(src)="23"> आज जह ँ हम व श्व में एक ध क समस्य ओं से जूझ रहे हैं , तब ज उप य व्यक्त गत स्तर पर ज़्य द ख़ुश , आभ र , और स र्थकत से हम रे ज वन क भर दे और हम रे ज वनय पन के ल ए भ सबसे ल भकर ह , वह पूरे व श्व के ल ए भ सबसे अच्छ ह ग .
(trg)="23"> त्यसैले , ह म ले य ब श्वम व भ न्न थर क अभ बहरु अह लेक समयम भ ग रहेक छ , त्यसैले ह म्र व्यक्त गत म पदण्डम जे गर्द ठ क हुन्छ , जे ले ह म ल ई अप र आनन्द , आत्मसम्म न , अन ज वनक उत्प दकत बढ उछ र जुन ह म्र व्यक्त त्व ब क सम अत्युतम ठहर्छ , त्य नै ब क ब श्वक ल ग पन अत्युतम हुन्छ |

(src)="24"> इसल ए मैं आपसे अनुर ध करत हूँ क अपन आँखें बंद क ज ए और उन अन खे व च र ं क ढूँढ न क ल ए ज हम रे अंदर छुप हैं , अपने मश न ं क बंद कर ए , और न ंद क त क़त क ज न ए .
(trg)="24"> त्यसैले म तप ईंल ई य भन्छु क आख च म्म गरेर च न्तन गर्नुस र ठुल ठुल आइड य हरु पत्त लग उनुस जुन ह म भ त्रै बसेक छ , र तप ईंक य य न्त्र क शर रल ई ब श्र म द नुस र सुत ईक शक्त पत्त लग उनुस |

(src)="25"> धन्यव द .
(trg)="25"> धन्यब द |

(src)="26"> ( त ल य ँ )
(trg)="26"> ( त ल )

# hi/ted2020-1106.xml.gz
# ne/ted2020-1106.xml.gz


(src)="1"> मुझे पत है क आपक क्य लग रह है ।
(trg)="1"> मल ई थ ह छ तप ईहरु के स च रहनुभएक छ |

(src)="2"> आप स च रहे हैं क मैं र स्त भूल गय हूँ , और अभ क ई मंच पर आयेग और मुझे चुपच प व पस अपन स ट तक पहुँच ज एग ।
(trg)="2"> तप ईहरु स च रहनुभएक छ क मैले ब ट ब र ए , र केह बेरम क ह य स्टेजम आउँदैछ र मल ई ब स्त रै मेर स टम लैज नेछ |

(src)="3"> ( ठह क ) दुबई में ये अक्सर मेरे स थ ह त है ।
(trg)="3"> ( त ल ) दुबईम मल ई सधै नै यस्त हुन्छ |

(src)="4"> " छुट्ट में आय हैं ? "
(trg)="4"> " तप ई यह ँ छुट्ट म आउनुभएक हग ? "

(src)="5"> ( हँस ) " बच्च ं से म लने आय हैं ? "
(trg)="5"> ( ह ँस ) " बच्च हरु भेट्न आउनुभएक ह ?

(src)="6"> " क तने द न रुकेंग ? "
(trg)="6"> कह ले सम्म बस्नुहुन्छ ? "

(src)="7"> असल में , मैं क फ़ द न और रुकन च हत हूँ ।
(trg)="7"> तर सत्य , म अझै अल ल मै समयक आश गर्छु |

(src)="8"> मैं ख ड में रह रह हूँ और पढ रह हूँ कर ब प छले त स स ल से भ ज्य द से ।
(trg)="8"> म ख ड क्षेत्रम ३० वर्ष भन्द अघ देख बस्ने र पढ उने क म गर रहेक छु |

(src)="9"> ( ठह क ) और इतने समय में , मैनें बहुत स रे बदल व देखे हैं ।
(trg)="9"> ( त ल ) र त्य समयम , मैले धेरै पर वर्तनहरु देखेक छु |

(src)="10"> और इसक संख्य क फ़ च ंक ने व ल है ।
(trg)="10"> त्य तथ्य ंक अल क न र श जनक छ |

(src)="11"> और आज मैं आपसे ब त करन च हत हूँ भ ष ओं के ख ने के ब रे में और इंग्ल श के स र दुन य में फ़ैलने के ब रे में ।
(trg)="11"> र आज म तप ईहरु संग भ ष क व न श र अंग्रेज क व श्वव्य प करण ब रे केह भन्न गैरहेक छु |

(src)="12"> मैं आपक अपने एक द स्त के ब रे में बत न च हत हूँ ज क अबु ध ब में व्यस्क ं क इंग्ल श पढ ते हैं ।
(trg)="12"> म तप ईहरुल ई मेर एक जन स थ क ब रेम उल्लेख गर्न च हन्छु , जसले आबु ध ब म वयस्कहरुल ई अंग्रेज पढ इरहेक थ ए |

(src)="13"> और एक द न , उन्ह ंने स च क उन सब क बग चे में ले ज कर प्र कृत क वस्तुओं के न म आद स ख येंग ।
(trg)="13"> अन एक र म्र म सम भएक द न प रेर उन हरुल ई प्रकृत सम्बन्ध केह शब्दहरु स क उन बगैच म लैज ने न र्णय गर न् |

(src)="14"> मगर असल में उन्हें ह स खने क म ले तम म अरब शब्द उन सब स्थ न य प ध ं के , और उनके इस्तेम ल भ -- दव ई के रूप में , स ंदर्य प्रस धन के रूप में , ख ने में , आद ।
(trg)="14"> तर भय के भने उनले उल्टै स्थ न य ब टब रुव हरुक अरेब क न म स क न् | त न हरु क प्रय ग सह त -- औषध , स न्दर्य , पक उने तथ जड बुट क रूपम |

(src)="15"> इन व द्य र्थ य ं क ये ज नक र कह ँ से म ल थ ?
(trg)="15"> त व द्य र्थ हरुले त्य सबै ज्ञ न कह ँ ब ट प ए ?

(src)="16"> ज़ ह र है , अपने द द -द द , न न -न न से और परद द , परन न से भ ।
(trg)="16"> अवस्य पन , उन हरूक ब जे - बजु ब ट र अझ ज जु ब जे - बजु ब ट |

(src)="17"> अलग से ये बत न ज़रूर नह ं क क तन महत्वपूर्ण है क हम ब तच ते करें प ढ य ं के ब च ।
(trg)="17"> तप ईहरुल ई य भन्नु आवश्यक छैन क एक पुस्त र अर्क पुस्त ब चम सम्ब द गर्न सक्ने क्षमत कत आवश्यक छ |

(src)="18"> मगर दुखद है क , आज , भ ष ओं मर रह हैं बहुत तेज़ दर से ।
(trg)="18"> तर दु ख क कुर , आज भ ष हरु व न श भैरहेक छन् र त्य पन अभूतपूर्व गत म |

(src)="19"> हर १४ द न में एक भ ष लुप्त ह ज त है ।
(trg)="19"> प्रत्येक १४ द नम एउट भ ष क व न श हुन्छ |

(src)="20"> और ठ क वह ं , इंग्ल श व श्व-भ ष बन कर उभर रह है ।
(trg)="20"> र त्यह समयम , अंग्रज च ह ँ न र्ब ध व श्व भ ष भैरहेक छ |

(src)="21"> क्य ये ब तें संबंध त हैं ?
(trg)="21"> के य दुवैक क ब चम केह सम्बन्ध हुनसक्छ त ?

(src)="22"> मुझे नह ं पत ।
(trg)="22"> खै मल ई च ह ँ थ ह छैन |

(src)="23"> मगर मैं ये ज नत हूँ क मैनें बहुत स रे बदल व देखे हैं ।
(trg)="23"> तर मल ई के थ ह छ भने मैले धेरै पर वर्तन देखेक छु |

(src)="24"> जब मैं पहल ब र ख ड में आई , त मैं कुवैत गय उन द न ं में जब वह ँ ज न कठ न थ ।
(trg)="24"> जब म पह ल पटक ख ड क्षेत्रम आएँ , म कुबेत आएक थ ए त्यस्त द नहरुम जब त्य कठ न पद थ य |

(src)="25"> असल में , उतन पुर न ब त नह ं है ।
(trg)="25"> उत स र पह ल पन हैन |

(src)="26"> थ ड ह पहले क ब त है ।
(trg)="26"> त्य त अल पह ल नै ह |

(src)="27"> मगर फ़ र भ , मुझे ब्र ट श क उंस ल ने न कर द थ २५ और अध्य पक ं के स थ ।
(trg)="27"> तैपन , ब्र ट स क उन्स लले म लग यत अरु २५ श क्षकहरुल ई न युक्त द य |

(src)="28"> और हम पहले गैर-इस्ल म ल ग थे ज न्ह ने कुवैत के सरक र स्कूल ं में पढ य ।
(trg)="28"> र ह म कुबेतक सरक र स्कुलम पढ उने पह ल गैर-मुसलम न भय ं |

(src)="29"> हमें इंग्ल श पढ ने के ल ये ल य गय थ क्य ंक सरक र देश क आधुन क बन न च हत थ और न गर क क क्षमत देन च हत थ , श क्ष के ज़र ये ।
(trg)="29"> ह म हरु अंग्रेज पढ उन ल्य ईएक थ य ं क नक सरक र देशल ई आधुन करण गर्न र आफ्न न गर कल ई श क्ष द्व र सुदृढ गर उन च हन्थ्य |

(src)="30"> और ब लकुल ह , यू .के . ने फ़ यद उठ य तम म स रे तेल के संस धन ं क ।
(trg)="30"> र अवस्य पन बेल यतल ई फ इद थ य त्य आकर्षक तेल क सम्पत ब ट |

(src)="31"> ओके ।
(trg)="31"> ल त्यस भए |

(src)="32"> और ज बदल व मैने देख है व ये है क - कैसे इंगल श पढ न बदल है द न ओर क फ़ यदे देने व ल क्र य से इतने बडे वैश्व क व्य प र में , ज आज व है ।
(trg)="32"> अब य च ह ँ मैले देखेक मुख्य पर वर्तन ह -- कसर अंग्रेज क पढ ई परस्पर फ इद क परम्पर ब ट ह ल क एक भयंकर अन्तर ष्ट्र य व्य प रम रुप न्तर त भएक छ |

(src)="33"> व स र्फ़ स्कूल के क र्स में पढ य ज ने व ल व देश भ ष नह ं रह गय है । न ह व बप त रह गय है इंग्लैण्ड क । व ऐस प र्ट बन गय है ज समें इंग्ल श ब लने व ले हर र ष्ट्र क श म ल ह न ह है ।
(trg)="33"> अब य व द्य लयक एक वैदेश क भ ष क प ठ्यक्रम म त्र स म त छैन | र म तृभूम बेल यतक एकल क्षेत्र ध क र भ त्र म त्र पन छैन | य त अब व श्व क हरेक अंग्रेज -भ ष मुलुकक ल ग देख स क भएक छ |

(src)="34"> और क्य ं न ह ?
(trg)="34"> अन क न नह स त ?

(src)="35"> आख रक र , सबसे बढ य श क्ष -- व श्व के व द्य लय ं क ल स्ट के ह स ब से --- उन व श्वव द्य लय ं में -- ज क यू .के . और यू .एस .
(trg)="35"> जे भएपन , सर्व त्कृष्ट श क्ष -- ह लैक व श्वभरक व श्वव द्य लयहरुक वर्ग करणल ई आध र म न्ने ह भने -- बेल यत तथ अमेर क क व श्वव द्य लयहरुम प इन्छ |

(src)="36"> में हैं । त हर क ई इंग्ल श क पढ ई करन च हत है , ज़ ह र त र पर ।
(trg)="36"> त्यसैले स्वभ वत रूपम सबैजन ले अंग्रेज श क्ष ल न च ह न्छन् |

(src)="37"> मगर यद आप इंगल श के मूल-वक्त नह ं हैं , त आपक एक पर क्ष देन ह त है ।
(trg)="37"> तर यद तप ई म ल क भ ष हैन भने , तप ईले एउट पर क्ष उत्त र्ण गर्नु पर्छ |

(src)="38"> क्य यह सह ह सकत है क क क स व द्य र्थ क इसल ये द ख ल न म ले क उसक भ ष पर पकड ठ क नह है ?
(trg)="38"> अब के एक व द्य र्थ ल ई भ ष गत क्षमत क आध रम म त्र न षेध गर्नु उच त हुन्छ त ?

(src)="39"> श यद क ई ऐस कम्प्यूटर वैज्ञ न क ह ज ज न य स ह ।
(trg)="39"> हुनसक्छ तप ई संग एक कम्प्युटर बैज्ञ न क छ ज अत्यन्त मेध व छ |

(src)="40"> क्य उसे भ ष -क शल क उतन ह ज़रूरत पडेग , ज तन क , एक वक ल क ?
(trg)="40"> उदह रण क ल ग , के त्य व द्य र्थ ल ई एक वक ल हुन च ह ने जत नै भ ष ज्ञ न च ह न्छ ?

(src)="41"> देख ये , मुझे त ऐस नह ं लगत ।
(trg)="41"> खै , मल ई त त्यस्त ल ग्दैन |

(src)="42"> हम इंग्ल श के अध्य पक अक्सर ऐसे ल ग ं क हट देते हैं ।
(trg)="42"> ह म अंग्रेज श क्षक सदैव उन हरुल ई न षेध गर्छ |

(src)="43"> उनके स मने रुक क स इन-ब र्ड लग कर , और उन्हें हम उनके र स्ते में ह र क देते हैं ।
(trg)="43"> ह म न षेधक च न्ह र ख्छ ं , र उन हरुक ब ट ब ट र क्छ ं |

(src)="44"> व अपने सपन ं क स क र नह ं कर सकते , जब तक क व इंग्ल श न स ख लें ।
(trg)="44"> अब उन हरू आफ्न सपन पुर गर्न सक्दैनन् , जब सम्म उन हरू अंग्रज स क्दैनन् |

(src)="45"> चल ये , दूसर तरह से कहत हूँ , अगर मुझे स र्फ़ एक भ ष ब लने व ल डच व्यक्त म ले , ज सके प स कैंसर क इल ज है , त क्य मैं उसे ब्र ट श व श्वव द्य लय में आने से र कूँग ?
(trg)="45"> अब मल ई यसर प्रस्तुत गर्न द नुह स् , मैले एक एकल-भ ष नेडरल्य न्डव स भेटें , ज संग क्य न्सर क उपच र थ य , के म उनल ई एक बेल यत व श्वव द्य लयम प्रवेश गर्न ब ट र क्ने थ एँ ?

(src)="46"> मैं त ब लकुल भ नह ं र कूँग ।
(trg)="46"> अहँ मल ई त त्यस्त ल ग्दैन |

(src)="47"> मगर सच मे , हम ब लकुल यह कर रहे हैं ।
(trg)="47"> तर व स्तवम ह म त्यह गर रहेक छ ं |

(src)="48"> हम इंग्ल श अध्य पक व च क दर हैं ।
(trg)="48"> ह म अंग्रेज श क्षकहरु ढ के भएक छ ं |

(src)="49"> और पहल आपक हमें संतुष्ट करन ह ग क आपक अंग्रेज ठ क-ठ क है ।
(trg)="49"> तप ईले ह म ल ई सन्तुष्ट प र्नु पर्छ क तप ईक अंग्रज र म्र छ |

(src)="50"> ये बहुत खतरन क ह सकत है क हम बहुत ज्य द त कत दे दें सम ज के एक छ टे से ह स्से क ।
(trg)="50"> अब सम ज क स न समुद य ल ई धेरै शक्त द नु खतरन क पन हुन सक्छ |

(src)="51"> श यद ये रुक वट स रे व श्व में फ़ैल ज ये ।
(trg)="51"> त्य ब ध अल बढ नै व श्वव्य प पन हुनसक्छ |

(src)="52"> है न ?
(trg)="52"> ल त्यस भए |

(src)="53"> मगर , आप कहेंगे , क " श ध के ब रे में मेर क्य र य है ?
(trg)="53"> " तर " , म तप ईले भनेक सुन्छु , अनुसन्ध न जत सबै

(src)="54"> व त पूर ह अंग्रेज में है । "
(trg)="54"> अंग्रेज मै छ न , त्य ब रेम के गर्नु ?

(src)="55"> त स र क त बें इंग्ल श में हैं , स रे जर्नल इंग्ल श में हैं , मगर ये खुद क ह स्थ प त करते ज ने व ल ब त है ।
(trg)="55"> पुस्तकहरु सबै अंग्रेज म छन् , अनुसन्ध नक प्रक शन सबै अंग्रेज मै गर न्छ , तर त्य आत्म-पूर भव ष्यव ण म त्र ह |

(src)="56"> ये तर्क और भ ज्य द अंग्रेज ज नने क बढ व देत है ।
(trg)="56"> त्यसले अंग्रेज क आवश्यकत ल ई प षण गर्छ |

(src)="57"> और ये इस तरह बढत ज त है ।
(trg)="57"> र त्य त्यसर नै बढ रहन्छ |

(src)="58"> मैं आपसे पूछत हूँ , अनुव द क क्य हुआ ?
(trg)="58"> म तप ईहरुल ई स ध्छु , अनुव द के भय ?

(src)="59"> अगर आप इस्ल म के स्वर्ण क ल के ब रे में स चें , त आप प येंगे क तब बहुत अनुव द ह त थ ।
(trg)="59"> इस्ल म क स्वर्ण युगल ई न य ल्नुह स , त्यत बेल धेरै नै अनुव दहरु हुन्थे |

(src)="60"> व लेट न और ग्र क से अनुव द करते थे , अरब मे , फ़ रस में , और फ़ र वह ँ से आगे , यूर प क जर्मन मूल क भ ष ओं मे , और र मन भ ष ओं में ।
(trg)="60"> उन हरुले ल्य ट न र ग्र कल ई अरेब कम , अन फ रस म अनुव द गरे , अन फेर युर पक जर्मेन क भ ष म अनुव द गर य अन पछ र मन क भ ष म |

(src)="61"> और इस तरह से ह यूर प क अँधक र-युग ख्त्म हुआ ।
(trg)="61"> त्यस पछ युर पक अन्धक र युगम उज्य ल छ य |

(src)="62"> देख ये , मुझे गलत मत समझ ये ; मैं इंग्ल श पठन-प ठन के ख़ ल फ़ नह ं हूँ , अँग्रेज़ अध्य पक ध्य न दें ।
(trg)="62"> मल ई गलत अर्थ नलग उनुह ल ; सबै अंग्रेज श क्षक मह दय , म अंग्रेज श क्ष क व रुद्धम छैन |

(src)="63"> मुझे ये ब त बहुत अच्छ लगत है हम रे प स एक वैश्व क भ ष है ।
(trg)="63"> म खुस छु , ह म संग एउट व श्व-भ ष छ |

(src)="64"> आज हमें ऐस वैश्व क भ ष क ज़रूरत है ।
(trg)="64"> अह ले त्य ह म ल ई स रै नै आवश्यक छ |

(src)="65"> मगर मैं उसके रुक वट के रूप में व कस त ह ने के ख़ ल फ़ हूँ ।
(trg)="65"> तर म त्यसल ई एक ब धकक रूपम प्रय गक ब रुद्धम छु |

(src)="66"> क्य हम सच में च हते हैं क केवल ६०० भ ष एँ ह ं और मुख्य भ ष इंग्ल श ह , य च न ह ?
(trg)="66"> के ह म ६०० भ ष म स म त हुन च हन्छ ं अंग्रेज अथव च न य भ ष ल ई मुख्य बन एर ?

(src)="67"> हमें उस से ज्य द च ह ये । हम कह ँ पर ल इन ख ंचें ?
(trg)="67"> ह म ल ई त्य भन्द धेरै च ह न्छ | ह म ले स म कह ँ क र्ने त ?

(src)="68"> आज क स स्टम बुद्ध मत्त क इंगल श क ज नक र से कनफ़्यूज़ करत है , ज क ब ल्कुल ह गलत है ।
(trg)="68"> अह लेक य प्रण ल ले ब द्ध कत ल ई अंग्रेज क ज्ञ न संग सम न म न्छ जुन स्वेच्छ च र ह |

(src)="69"> ( अभ व दन ) और मैं आपक य द द ल न च हत हूँ क उन मह न हस्त य ं क , ज नके कंध ं पर आज के ज्ञ न और बुद्ध ट क है , इंगल श नह ं पढन पडत थ , न ह उन्हें इंग्ल श क क ई पर क्ष प स करन ह त थ ।
(trg)="69"> ( त ल ) तप ईहरुल ई म एउट कुर सम्झ उन च ह न्छु त्य मह न क ँध जसम आजक ब द्ध कत अडेक छ , त्यसले अंग्रेज ज न्नु परेक थ एन , उन हरुले अंग्रेज क पर क्ष उत्त र्ण गर्नु परेक थ एन |

(src)="70"> म स ल के त र पर , आइंस्ट इन ।
(trg)="70"> उद हरण क रूपम आइन्स्ट इनल ई ल नुस् |

(src)="71"> और उन्हें त स्कूल में बुद्धू समझ ज त थ क्य ंक असल में , व ड स्लेक्स क थे ।
(trg)="71"> उनल ई व द्य लयम उपच ररत म न न्थ्य क नक उन , व स्तवम भन्ने ह भने , सुस्तमनस्थ त क ब र म थ ए |

(src)="72"> मगर ये संस र क स भ ग्य ह थ , क उन्हें अँग्रेज़ क पर क्ष नह ं देन पड ।
(trg)="72"> तर व श्वक भ ग्यवश , उनले अंग्रेज पर क्ष उत्त र्ण गर्नु परेक थ एन |

(src)="73"> क्य ंक सन १९६४ तक ट फ़ेल ( TOEFL ) पर क्ष क शुरुव त ह नह ं हुई थ , ज क अमर क पर क्ष है अंग्रेज़ क ।
(trg)="73"> क नक १९६४ सम्म उन हरुले ट फेल , अमेर कन अंग्रेज क पर क्ष , क सुरुव त गरेक थ एनन् |

(src)="74"> और अब त उसके ब न कुछ ह त ह न ।
(trg)="74"> अह ले त्य व्य पक छ |