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(src)="1"> देवियों और सज्जनों , TED में हम नेतृ्त्व और आंदोलन करने पर काफी चर्चा करते हैं . तो चलिए एक मुहिम को बनते देखते हैं , शुरु से अंत तक , तीन मिनट से भी कम समय में , और इससे कुछ सीखते हैं . सबसे पहले , आप बखूबी जानते हैं , कि एक नेता में वो बात होनी चाहिए कि वो सबसे अलग कुछ कर सके और अपना उपहास होता भी देख सके . लेकिन जो कुछ उसने शुरू किया , उसका अनुसरण करना आसान है . तो ये आया उसका पहला अनुगामी , जिसकी भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है . अब वो बाकी सभी को सिखाएगा कि अनुसरण कैसे करना है . अब देखिए नेता कैसे उसे अपने समान दर्जा देकर गले लगाता है . तो अब ये मुहिम केवल नेता की नहीं रही , ये उन दोनों की है , बहुवचन बन गई है . अब ये अपने दोस्तों को बुलाने लगा है . अगर आप ध्यान से देखें तो पहला अनुगामी असल में नेतृ्त्व का ही कुछ कमतर आंका हुआ स्वरूप है . इस तरह आगे बढ़कर साथ देने के लिए बड़ी हिम्मत चाहिए . पहला अनुयायी वह ऐसा व्यक्ति है जो एक अकेले सनकी को नेता बना देता है .
(trg)="1"> Na naradach TED rozprŏwio sie ło bele czym , na przikłŏd ło tym , jakŏ sie rŏbi firer a czelŏtka .
(trg)="2"> Przedstŏwiã wōm drapko , jako sie to rŏbi , a niskorzyj zbierã to do kupy .
(trg)="3"> Nŏjsōmpiyrw taki chop musi mieć opŏwŏgã , kejby mu gańba niy było , kej stŏnie przed ludkami .

(src)="2"> ( हंसी ) ( तालियाँ ) और अब दूसरा अनुगामी आता है . अब ये कोई एक सनकी या दो सनकी एक साथ नहीं हैं , बल्कि तीन , याने मजमा लग गया है , और मजमे का लगना एक ख़बर है . तो किसी मुहिम या आन्दोलन का सार्वजनिक होना ज़रूरी है . ये इसलिए ज़रूरी है , ताकि सिर्फ नेता ही नहीं , अनुगामी भी दिख सकें क्योंकि आप देखेंगे कि नए अनुगामी नेता का नहीं , बल्कि उसके अनुगामियों का अनुसरण करते हैं . अब यहाँ दो लोग और आ जाते हैं , और उसके तुरंत बाद तीन और आ जाते हैं . यहाँ से ये ज़ोर पकड़ने लगता है . यही उसके कायापलट का क्षण है . ये जद्दोजहद अब एक मुहिम बन चुकी है . ग़ौर कीजिए , जैसे- जैसे और लोग जुड़ने लगते हैं , जोखिम कम हो जाता है . तो जो लोग इसे दूर से ताक रहे थे , उनके पास दूर रहने की अब कोई वजह नहीं बचती . वो अलग- थलग पड़ना नहीं चाहेंगे . वो खिल्ली उड़ाया जाना भी नहीं चाहेंगे . पर अगर वो जल्दी करें , तो नज़र में चढ़ चुकी इस भीड़ का हिस्सा बन सकते हैं .
(trg)="16"> ( Śmiych ) ( Klackanie )
(trg)="17"> Potym mōmy nŏwego chyntnego .
(trg)="18"> Tera to niy yno dwa gupielŏki .

(src)="3"> ( हंसी ) तो अब अगले ही पल आप उन लोगों को जुड़ते देख सकते हैं जो भीड़ के साथ ही चलना चाहेंगे ताकि कोई उनका इसलिए मज़ाक न बना सके कि वो इसमें शामिल नहीं हुए , और इस तरह एक आंदोलन आकार लेता है . चलिए इससे मिले कुछ सबक हम फिर से देखें . तो पहले , अगर आप उस तरह के हैं , मतलब बिना कमीज़ के अकेले नाचते हुए उस शख्स की तरह के , तो अपने शुरुआती अनुयायियों से समानता का व्यवहार रखने का महत्व याद रखिए ताकि मुहिम ही मुद्दा बने , आप नहीं . ठीक है , पर शायद हम यहाँ मिली असली सीख को अनदेखा कर रहे हैं . सबसे बड़ी सीख , अगर आपने ध्यान दिया हो -- क्या आप समझ पाए -- वो ये है कि नेतृत्व को अति महिमा- मण्डित किया जाता है , हाँ , सच है कि बिना कमीज़ वाले शख्स ने शुरुआत की थी , और उसे इसका पूरा श्रेय भी मिलेगा , पर असल में वो पहला अनुयायी था जिसने एक अकेले सनकी को नेता में तब्दील कर दिया . याने अगर हमें ये कहा जाए कि हम में से हर किसी को नेता बनना है , तो वास्तव में ये तरीक़ा कारगर नहीं होगा . अगर सच में आप किसी विषय पर आंदोलन छेड़ना चाहते हैं , तो आप में पीछे चलने की और दूसरों को अनुसरण करना सिखाने की काबिलियत होनी चाहिए . और अगर आपको कभी कोई सनकी कुछ अद्भुत करता दिख जाए , तो आगे बढ़ कर उसका साथ देने में पहल करने का दम दिखाइये . और उसके लिए सबसे सही जगह है , TED . धन्यवाद .
(trg)="29"> ( Śmiych )
(trg)="30"> Bo za chwila przilecōm ci , co im je żŏl .
(trg)="31"> Bo kŏżdy kce być we czelŏtce keby ło nim niy klachali , że z nimi niy ma .

(src)="4"> ( तालियाँ )
(trg)="46"> ( Klackanie )