16मेंह ओला तोर चेलामन करा लानेंव, पर ओमन ओला ठीक नइं कर सकिन।
हम अपनेक शिष्य सभ सँ एहि दुष्टात्मा केँ निकालबाक लेल विनती कयलियनि, मुदा ओ सभ नहि निकालि सकलाह।
गर्मी के दिन, बड़े बड़े दिन,
एक उज्ज्वल दिन,
22. हे पत्नियों, अपके अपके पति के ऐसे अधीन रहो, जैसे प्रभु के।
22 हे स्त्री सभ, अहाँ सभ जहिना प्रभुक अधीन मे रहैत छी, तहिना अपना-अपना पतिक अधीन मे रहू।
42ओमन ओ माईलोगन ला कहिन, "अब हमन सिरिप तोर कहे ले ही बिसवास नइं करथन, पर हमन खुदे ओकर बात ला सुने हवन, अऊ हमन जान गे हवन कि ओह सही म संसार के उद्धार करइया अय।
42 ओ सभ ओहि स्त्री केँ कहलक, "आब तोरे कहबाक कारणेँ विश्वास नहि करैत छी, बल्कि हम सभ अपने कान सँ हुनकर बात सुनने छी और जनैत छी जे ई वास्तव मे संसारक उद्धारकर्ता छथि।
39मेंह तोला कहथंव कि तेंह मोला तब तक फेर नइं देख सकस, जब तक कि तेंह ए नइं कहस, 'धइन ए ओह, जऊन ह परभू के नांव म आथे।
हम तोरा कहैत छिअह, तोँ हमरा फेर ताबत तक नहि देखबह जाबत तक ओ समय नहि आओत जहिया तोँ ई कहबह जे, 'धन्य छथि ओ जे प्रभुक नाम सँ अबैत छथि!
23तब यीसू ह अपन चेलामन ला कहिस, "मेंह तुमन ला सच कहत हंव - धनवान मनखे के स्वरग राज म जाना कठिन अय।
23 एहि पर यीशु अपना शिष्य सभ केँ कहलथिन, "हम अहाँ सभ केँ सत्य कहैत छी, धनिक सभक लेल स्वर्गक राज्य मे प्रवेश कयनाइ कठिन अछि।
41यसायाह ए बात एकरसेति कहिस काबरकि ओह यीसू के महिमा ला देखिस अऊ ओह ओकर बारे म गोठियाईस।
" 41 यशायाह ई बात कहलनि किएक तँ ओ यीशुक महिमा देखलनि और हुनका बारे मे बजलाह।
36 पाछे समौन अउ ओकर साथी ईसू क हेरत-हेरत बाहेर गएन।
36 सिमोन और हुनकर संगी सभ हुनका ताकऽ लेल गेलनि।
न चारा न पानी, एक मुठा सुख्खा पैरा ला आघू मं फेंक दिन अउ दुहत हे लहू के निथरत ले।
आब अहाँ मात्र पानि नहि पिबू, बल्कि पाचन-शक्तिक लेल आ बारम्बार अस्वस्थ रहबाक कारणेँ कनेक-कनेक मदिराक सेवन सेहो करू।
17ओमन यीसू ला कहिन, "इहां हमर करा सिरिप पांच ठन रोटी अऊ दू ठन मछरी हवय।
" ओ सभ कहलथिन, "हमरा सभ लग खाली पाँचटा रोटी आ दूटा माछ अछि, बस, आओर किछु नहि।
" 37मनखेमन ओला बताईन, "नासरत के यीसू ह जावत हवय।
37 लोक ओकरा कहलकैक, "नासरत निवासी यीशु एहि दऽ कऽ जा रहल छथि।
14जऊन बिसवास, हमर करा सुरू म रिहिस, यदि हमन ओम आखिरी तक मजबूत बने रहन, तभे मसीह के काम म हमर बांटा हवय।
14. अपना सभ जँ अन्त तक ओ भरोसा जकरा संग शुरू मे शुभ समाचार पर विश्वास कयलहुँ ताहि मे अटल रही, तँ अपना सभ मसीहक संग सहभागी भऽ गेल छी।
39एकर कारन ओमन बिसवास नइं कर सकिन, काबरकि यसायाह ए घलो कहे हवयः
तेँ ओ सभ विश्वास नहि कऽ सकल, कारण, जेना यशायाह दोसर ठाम कहैत छथि,
गर्मी के दिन, बड़े बड़े दिन,
एक दिन भभक कर ,
बिगन बूता करे मनखे के पेट भर जावत हे माने कहूं न कहूं तिर गड़बड़ी हे।
14. जे स्वभाविक बात सभ अछि, की ताहि सँ अहाँ सभ केँ ई शिक्षा नहि भेटैत अछि जे पुरुषक लेल लम्बा केश रखनाइ लाजक बात अछि?
70 (जइसने ओह अपन पबितर अगमजानीमन के दुवारा बहुंत पहिली ले कहत आय हवय),
70 जेना कि ओ अपन चुनल प्रवक्ता सभक माध्यम सँ प्राचीन काल सँ कहने छलाह।
हम तोहमाँ आनन्दित अउ मगन अही।
20 अहीं सभ तँ हमरा सभक गौरव आ आनन्द छी।
39एकर कारन ओमन बिसवास नइं कर सकिन, काबरकि यसायाह ए घलो कहे हवयः
39. तेँ ओ सभ विश्वास नहि कऽ सकल, कारण, जेना यशायाह दोसर ठाम कहैत छथि,
8पर जक्कई ह ठाढ़ होईस अऊ परभू ला कहिस, "हे परभू, अब मेंह अपन आधा संपत्ति गरीबमन ला देवत हवंव, अऊ यदि मेंह काकरो ले कुछू ठगके ले हवंव, त मेंह ओकर चार गुना लहुंटाहूं।
" 8 मुदा जक्कइ ठाढ़ भऽ कऽ प्रभु केँ कहलथिन, "प्रभु, हम अपन आधा सम्पत्ति गरीब सभ केँ दऽ दैत छी, और जँ हम ककरो सँ बइमानी कऽ कऽ किछु लेने छिऐक तँ ओकर चारि गुना फिरता कऽ देबैक।
30एह ओही ए, जेकर बारे म मेंह कहत रहेंव, 'एक झन मोर पाछू आवत हवय, जऊन ह मोर ले महान अय, काबरकि ओह मोर जनम के पहिली ले रिहिस।
30. ई वैह छथि जिनका विषय मे हम कहलहुँ जे, हमरा बाद मे एक व्यक्ति अबैत छथि जे हमरा सँ श्रेष्ठ छथि किएक तँ हमर जन्मो सँ पहिनहि ओ छलाह।
5यीसू ह कहिस, "तुम्हर हिरदय के ढिठई के कारन मूसा ह अइसने हुकूम तुम्हर बर लिखे हवय।
" 5 एहि पर यीशु हुनका सभ केँ जबाब देलथिन जे, "अहाँ सभक मोनक कठोरताक कारणेँ मूसा अहाँ सभक लेल ई आज्ञा देने छथि।
17अरखिप्पुस ला कहव कि जऊन काम, परभू म ओला मिले हवय, ओला ओह जरूर पूरा करय।
17 अरखिप्पुस केँ ई कहू जे, "प्रभुक सेवा मे जे काज अहाँक जिम्मा देल गेल अछि, तकरा अहाँ अवश्य पूरा करू।
20काबरकि जिहां दू या तीन मनखे मोर नांव म जुरथें, उहां मेंह ओमन के बीच म रहिथंव।
20 काहेकि जहाँ मोरे नाउँ प दुइ या तीन मोरे मनवइयन क रूप मँ एकट्ठा होत हीं, हुवाँ मइँ ओनके संग हउँ।
25अऊ ओह हमर ले जऊन बात के वायदा करे हवय - ओह "परमेसर के संग सदाकाल के जिनगी" अय।
25 और ओ अपना सभ केँ जे बात प्रदान करबाक वचन देने छथि, से अछि अनन्त जीवन।
2अनजान मनखेमन के आव-भगत करे बर झन भूलव, काबरकि अइसने करे के दुवारा कुछू मनखेमन अनजाने म स्वरगदूतमन के आव-भगत करे हवंय।
अनचिन्हारो सभक अतिथि-सत्कार कयनाइ नहि बिसरू, कारण, एहि तरहेँ किछु लोक बिनु जनने स्वर्गदूत सभक सेवा-सत्कार कयने छथि।
29हमन जानथन कि परमेसर ह मूसा ले गोठियाईस, पर ओ मनखे (यीसू) के बारे म हमन ए घलो नइं जानन कि ओह कहां के अय।
29 हम सभ जनैत छी जे परमेश्वर मूसा सँ बाजल छलथिन, मुदा ई व्यक्ति जे अछि, से कतऽ सँ आयल तकर कोनो पता नहि।
41यसायाह ए बात एकरसेति कहिस काबरकि ओह यीसू के महिमा ला देखिस अऊ ओह ओकर बारे म गोठियाईस।
41. यशायाह ई बात कहलनि किएक तँ ओ यीशुक महिमा देखलनि और हुनका बारे मे बजलाह।
24त मारथा ह कहिस, "मेंह जानथंव कि आखिरी दिन म, जब जम्मो मरे मनखेमन जी उठहीं, त ओह घलो जी उठही।
24. मार्था बजलीह, "हम जनैत छी जे अन्तिम दिन मे जखन मुइल सभ जीबि उठत तखन ओहो जीबि उठत।
परमेश्वर के सभो करे काम बर धन्यबाद देना अराधना हावय ।
परमेश्वरक ओहि दानक लेल जे वर्णन सँ बाहर अछि हुनका धन्यवाद होनि!
ओह अपन सेवक इसरायल के मदद करे हवय,
54 ओ हमरा सभक पूर्वज लोकनि केँ देल अपन वचन अनुसार 2 अपन सेवक इस्राएलक मदति कयलनि।
हर ज़ीस्त ख़ुदा का है, हर ज़ीस्त ख़ुदा जब,
प्रथम अल्लाह आवो अकबर,
क्या मनुष्य के मनुष्य के रूप में पहचान लेते मनुष्य केवल मनुष्य के रूप में पुनः जन्म नहीं ल
मानवके ओझराएब कते ?
46 उ सबइ नेम सबहिं गोरुअन, पंछियन अउ भुइँया क दूसर पसुअन बरे अहइ।
12 ओहि चद्दरि मे सभ प्रकारक चौपाया जानबर, जमीन मे ससरऽ वला जीव-जन्तु और आकाशक चिड़ै सभ छल।
41यसायाह ए बात एकरसेति कहिस काबरकि ओह यीसू के महिमा ला देखिस अऊ ओह ओकर बारे म गोठियाईस।
यशायाह ई बात कहलनि किएक तँ ओ यीशुक महिमा देखलनि और हुनका बारे मे बजलाह।
15तेंह घलो ओकर ले सचेत रहे कर, काबरकि ओह हमर संदेस के बहुंत बिरोध करे हवय।
15 ओकरा सँ अहूँ सावधान रहू, किएक तँ ओ हमरा सभक उपदेश सभक घोर विरोध कयलक।
14तब यीसू ह ओमन ला साफ-साफ बताईस, "लाजर ह मर गे हवय।
14. तखन यीशु हुनका सभ केँ स्पष्ट कहलथिन, "लाजर मरि गेल छथि।
24अब जऊन ह तुमन ला गिरे ले बचा सकथे अऊ तुमन ला निरदोस अऊ आनंद के संग ओकर महिमा ला देखा सकथे - 25ओहीच एके परमेसर, हमर उद्धार करइया के महिमा, गौरव, पराकरम अऊ अधिकार, हमर परभू यीसू मसीह के जरिये सनातन काल, अब अऊ सदाकाल तक होवत रहय।
आब, जे अहाँ सभ केँ खसऽ सँ बचा सकैत छथि, अपन महिमामय उपस्थिति मे अहाँ सभ केँ निर्दोष आ अति आनन्दित कऽ कऽ ठाढ़ कऽ सकैत छथि -
अऊ एह ओही सुघर संदेस के बचन ए, जऊन ह तुमन ला सुनाय गे हवय।
" और ई वचन ओ शुभ समाचार अछि जे अहाँ सभ केँ सुनाओल गेल अछि।
24त मारथा ह कहिस, "मेंह जानथंव कि आखिरी दिन म, जब जम्मो मरे मनखेमन जी उठहीं, त ओह घलो जी उठही।
" 24 मार्था बजलीह, "हम जनैत छी जे अन्तिम दिन मे जखन मुइल सभ जीबि उठत तखन ओहो जीबि उठत।
26यीसू ह ओमन कोति देखिस अऊ कहिस, "ए बात ह मनखे के दुवारा संभव नो हय, पर परमेसर के दुवारा जम्मो बात ह संभव अय।
यीशु हुनका सभक दिस एकटक देखैत कहलथिन, "मनुष्यक लेल तँ ई असम्भव अछि, मुदा परमेश्वरक लेल सभ किछु सम्भव अछि।
19यीसू ह ओमन ला ए जबाब दीस, "तुमन ए मंदिर ला गिरा देवव, अऊ मेंह एला तीन दिन म फेर ठाढ़ कर दूहूं।
" 19 यीशु उत्तर देलथिन, "एहि मन्दिर केँ ढाहि दिअ और हम एकरा तीन दिन मे फेर ठाढ़ कऽ देब।
66एकर बाद, यीसू के कतको चेलामन ओला छोंड़के वापिस चल दीन अऊ ओकर पाछू नइं गीन।
" 66 एहि बात सभ सँ हुनकर बहुतो शिष्य ओहिठाम सँ घूमि गेल और फेर हुनका संग नहि चलल।
14काबरकि मूसा के जम्मो कानून ह एकेच हुकूम म पूरा हो जाथेः "तें अपन पड़ोसी ले अपन सहीं मया कर।
14 किएक तँ सम्पूर्ण धर्म-नियमक निचोड़ एहि आज्ञा मे भेटैत अछि जे "अहाँ अपना पड़ोसी सँ अपने जकाँ प्रेम करू।
18बिहनियां, सिपाहीमन म भारी हलचल मच गे अऊ ओमन पुछे लगिन, "पतरस के का होईस?
18. प्रात भेने जहल मे पहरेदारक बीच बड़का खलबली मचि गेल जे पत्रुस की भऽ गेल?
36. पाछे समौन अउ ओकर साथी ईसू क हेरत-हेरत बाहेर गएन।
36 सिमोन और हुनकर संगी सभ हुनका ताकऽ लेल गेलनि।
14तब यीसू ह ओमन ला साफ-साफ बताईस, "लाजर ह मर गे हवय।
14 तखन यीशु हुनका सभ केँ स्पष्ट कहलथिन, "लाजर मरि गेल छथि।
4मेंह हमेसा अपन जम्मो पराथना म तुमन जम्मो झन बर आनंद के संग पराथना करथंव।
जखन अहाँ सभ गोटेक लेल प्रार्थना करैत छी तँ हरदम आनन्देक संग करैत छी,
12मोर करा तुमन ला लिखे बर बहुंते बात हवय, पर मेंह कागज अऊ सियाही के उपयोग नइं करे चाहत हवंव।
12 अहाँ सभ केँ बहुत किछु कहबाक अछि, मुदा से सभ हम चिट्ठी मे नहि लिखऽ चाहैत छी।
15तब धरम-महासभा म बईठे जम्मो झन स्तिफनुस ला टकटकी लगाके देखिन अऊ ओमन ला ओकर चेहरा ह स्वरगदूत के चेहरा सहीं दिखत रिहिस।
'" 15 महासभा मे बैसल लोक सभ जखन स्तिफनुसक दिस तकलनि तँ देखलनि जे हुनकर मुँह स्वर्गदूतक मुँह जकाँ देखाइ दऽ रहल अछि।
तेकर ले परमेश्वर के लोग मन सिद्ध बनय, औ सबो भला काम करे बर उतारू हो जावय ।
जाहिसँ कि परमेश्व6रक लोक सबटा नीक काजक लेल पूरा-पूरी तत्पर भए जाईथ।